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गुरुग्राम में फिर नमाज बाधित करने की कोशिश, कथित तौर पर लगे जय श्री राम के नारे

स्थानीय लोगों ने दावा किया कि इसमें बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद और दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ता भी शामिल थें

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राज्य
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गुरुग्राम (Gurugram) के सेक्टर 12-A में एक प्राइवेट प्रॉपर्टी पर नमाज (Namaz) पढ़ रहे मुसलमानों को आज भीड़ के विरोध का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि इसमें बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद और दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ता भी शामिल थे और 'जय श्री राम' के नारे लगा रहे थे. यह लगातार पांचवां हफ्ता है जब गुरुग्राम में मुस्लिम समुदाय को नमाज अदा करने पर विरोध का सामना करना पड़ा.

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इसी तरह सेक्टर 47 में तनावपूर्ण दृश्य देखने को मिला. द क्विंट द्वारा एक्सेस किए गए 19 सेकंड के एक वीडियो में प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में नारे लगाते हुए दिख रहे हैं, जब मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज पढ़ रहे थे.

जिस जमीन पर नमाज पढ़ा गया वो प्राइवेट प्रॉपर्टी है- प्रर्शनकारी

सेक्टर 12 में विरोध-प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे एडवोकेट कुलभूषण भारद्वाज ने क्विंट से बात करते हुए कहा कि यह प्रदर्शन मुस्लिम समुदाय खिलाफ नहीं है. उन्होंने यह दावा कि सेक्टर 12 में जिस जमीन पर नमाज पढ़ा गया वो प्राइवेट प्रॉपर्टी है.

"स्थानीय लोगों और जमीन के मालिक सतीश भारद्वाज ने बिना अनुमति के खुली जगह में नमाज अदा करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. वहां विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी के सदस्य भी मौजूद थे."
कुलभूषण भारद्वाज
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उन्होंने आगे कहा कि “नमाज हो या पूजा ये मंदिर या मस्जिद में ही की जानी चाहिए और अगर ये उपलब्ध नहीं है तो लोगों को अपने घरों में प्रार्थना करनी चाहिए. ये किसी विशेष समुदाय का विरोध नहीं है, ये कानूनों को बनाए रखने के बारे में है."

भारद्वाज ने क्विंट को बताया कि उन्होंने इस मामले में पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज की है और उनके द्वारा मामले के जल्द से जल्द समाधान की मांग की है. इस पर उन्होंने, जमीन के मालिक सतीश भारद्वाज, दक्षिणपंथी समूहों के सदस्यों और स्थानीय निवासियों ने साइन किया है.

गौरतलब है कि भारद्वाज बीजेपी के एक पूर्व नेता हैं और उन्होंने ही जामिया मिलिया के शूटर का केस लड़ा था जब उसे गुड़गांव पुलिस ने कथित तौर पर सांप्रदायिक भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया था.

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