हरियाणा (Haryana) के नूंह (Nuh) में गुरुवार,16 नवंबर को कुआं पूजन के दौरान कथित पथराव की घटना के बाद फिर तनाव बढ़ गया. इस घटना में कई महिलाएं घायल हुई हैं. जिसके बाद दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए, जिसकी वजह से तनावपूर्ण माहौल बन गया. इसके विरोध में शुक्रवार सुबह व्यापारियों ने अपने दुकान बंद रखे. बाद में स्थानीय लोगों के साथ नेताओं और प्रशासन की वार्ता के बाद दुकान खुले.
क्या है मामला?
नूंह बीजेपी जिलाध्यक्ष नरेंद्र पटेल ने दावा किया कि गुरुवार, 16 नवंबर को कुआं पूजन के बाद करीब 70-80 महिलाएं कैलाश मंदिर से लौट रही थीं. इस दौरान अग्रवाल चौक पर एक मस्जिद के पास, एक मदरसे के पीछे से उन पर पथराव किया गया, जिसमें 8-10 महिलाएं घायल हो गई हैं.
हालांकि, मदरसे के इमाम ने इन आरोपों का खंडन किया है. बड़ा मदरसा के इमाम मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि ये आरोप झूठे हैं. कोई पथराव नहीं हुआ. वहां 3-4 नाबालिग बच्चे उनके म्यूजिक सिस्टम के पास खेल रहे थे और एक-दूसरे पर चप्पल या पत्थर फेंक रहे होंगे और हो सकता है कि वह वहीं गिर गया हो.
"मैंने SHO, SP, DM से माफी मांगता हूं. मैंने उनसे कहा कि अगर इन बच्चों ने जाने-अनजाने में वहां कुछ फेंका है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. मैं हमेशा समुदायों के बीच शांति और भाईचारे की अपील करता रहा हूं, मैं आज भी ऐसा ही करूंगा."मुफ्ती जाहिद हुसैन, इमाम, बड़ा मदरसा
महिलाओं की शिकायत पर FIR दर्ज
महिला की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर ली है. नूंह पुलिस उपाधीक्षक वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि कल (16 नवंबर) के मामले पर हमने FIR दर्ज कर ली है. चूंकि हमें कोई नाम उपलब्ध नहीं कराया गया, इसलिए हम मामले की जांच कर रहे हैं. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हम दोनों समुदायों से क्षेत्र में सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हैं जैसा वे पहले करते रहे हैं.
"मामले में धारा 354, 323 और एससी/एसटी एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई है. एक (वीडियो) फुटेज के आधार पर, तीन लड़कों की पहचान की गई है और उनसे पूछताछ की गई है. उन्हें किशोर न्यायालय में पेश किया जाएगा.''नरेंद्र बिजारनिया, SP, नूंह
वार्ता के बाद खुले बाजार
इस घटना के विरोध में दुकानदारों ने शुक्रवार सुबह को बाजार बंद रखा. बाद में, विधायक आफताब अहमद, बीजेपी के पूर्व विधायक चौधरी जाकिर हुसैन, बीजेपी जिला अध्यक्ष नरेंद्र पटेल और पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में दोनों समुदायों के बीच हुई वार्ता के बाद दुकानें खुलीं.
"लोगों ने प्रशासन की मौजूदगी में विवाद को सुलझा लिया है. दोनों समुदायों के बीच शांति है. बाजार में दुकानदारों ने अब अपनी दुकानें खोल ली हैं."नरेंद्र पटेल, बीजेपी जिलाध्यक्ष, नूंह
नूंह के विधायक आफताब अहमद ने कहा कि मैं सभी समुदाय के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं. प्रशासन को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और गहन जांच भी करनी चाहिए ताकि वास्तविक तथ्य सामने आ सकें. उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.
बता दें कि इससे पहले नूंह में 31 जुलाई को धार्मिक शोभायात्रा के दौरान दो समुदाय भिड़ गए थे, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा में दो होमगार्ड सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी.
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