हरियाणा विधानसभा में मनोहर लाल खट्टर सरकार को विश्वास मत हासिल हुई है. बजट सत्र के दौरान सरकार के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी. लेकिन विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में बीजेपी ने बहुमत साबित कर दिया.
ये अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पेश किया था. दरअसल, किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी की गठबंधन पार्टी जननायक जनता पार्टी के कुछ विधायकों ने अपनी पार्टी से कहा था कि जेजेपी को किसानों के मुद्दे पर सरकार से हट जाना चाहिए.
बता दें कि हरियाणा विधानसभा में 90 सीट हैं, जिसमें बहुमत का आंकड़ा है 45. फिलहाल बीजेपी के पास 40 विधायक हैं और जेजेपी के 10 विधायकों के समर्थन से सरकार बनी थी. साथ ही बीजेपी को पांच निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है. वहीं कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं.
विश्वास प्रस्ताव के पीछे की कहानी
जेजेपी नेता और उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के करीबी माने जाने वाले टोहाना से विधायक जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली ने एक दिन पहले विधानसभा में पार्टी के रुख के लिए नाराजगी जताई थी. विधानसभा बजट सत्र के दौरान बबली ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के गांव के लोग किसानों के आंदोलन में एकजुटता दिखाते हुए उनका बहिष्कार कर रहे हैं.
देवेंद्र सिंह बबली का कहना है कि या तो सरकार को किसानों के इस मुद्दे को अगले 15 दिन में सुलझाना होगा या जेजेपी को सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए.
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