लालू प्रसाद यादव को RIMS निदेशक के बंगले (कैली बंगले) से शिफ्ट कर दिया गया है. अब उन्हें दोबारा से राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) में लाया गया है. यहां वो पेइंग गेस्ट वॉर्ड में रह रहे हैं. ये सब ऐसे समय में हुआ है जब चारा घोटाले में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर विधायक को लालच देने के आरोप लगे हैं. लालू यादव पर बीजेपी को विधायक को RIMS निदेशक के बंगले से फोन करने और जेल नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है.
सबसे पहले सुशील मोदी का दावा सामने आया था कि लालू प्रसाद यादव एनडीए के विधायकों को कॉल कर लालच दे रहे हैं कि वो महागठबंधन में शामिल हो जाएं. सुशील मोदी ने एक मोबाइल नंबर को शेयर करते हुए दावा किया था कि जब नंबर पर उन्होंने कॉल किया तो लालू प्रसाद यादव ने खुद उठाया और वो जेल में भी फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं.
इसके बाद एक बीजेपी विधायक ने सामने आकर ये बात कही, साथ ही साथ ऑडियो भी वायरल होने लगा. पूरे मामले को लेकर राज्य प्रशासन भी सक्रिय है और जेल अधिकारियों, जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी जा रही है.
लालू जी से बातचीत का ओडियो हुबहू सबके सामने है। राजद का षड्यंत्र फेल हुआ है। एक पब्लिक सर्वेंट को प्रलोभन देना और सदन में अनुपस्थित होने के लिए प्रेरित करना गलत है। हमने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत FIR दर्ज़ करवाई है। कानून पर भरोसा है न्याय मिलेगा.ललन पासवान, विधायक, बीजेपी
जेडीयू की मांग
जेडीयू ने इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश से हस्तक्षेप की मांग की है. बिहार के पूर्व मंत्री और बिहार पार्षद नीरज कुमार, विधायक सिद्घार्थ पटेल और विधान पार्षद खालिद अनवर ने कहा कि चारा घोटाले में सजायाफ्ता कैदी लालू प्रसाद यादव द्वारा बिहार सरकार को अस्थिर करने के लिए जेल से बीजेपी के विधायक को फोन और बार बार जेल मैन्युअल का उल्लंघन किया जा रहा है. नीरज कुमार ने 24 नवंबर को सुशील मोदी के ट्वीट और 25 नवंबर को वायरल हुए लालू प्रसाद के फोन कल का ऑडियो वायरल होने का हवाला देते हुए कहा कि, "लालू प्रसाद आदतन अपराधी हैं."
उन्होंने कहा कि, "झारखंड की आरजेडी और कांग्रेस सरकार के संरक्षण में चारा घोटाले के सजायाफ्ता कैदी नंबर 3351 लालू प्रसाद जेल की जगह रिम्स निदेशक के बंगले में मौज कर रहे हैं."
RIMS के नए निदेशक बने हैं कामेश्वर प्रसाद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लालू प्रसाद यादव की कैली बंगले से शिफ्टिंग के कयास पहले से भी लगाए जा रहे थे क्योंकि 15 नवंबर को ही RIMS के नए स्थायी निदेशक के तौर पर डॉ कामेश्वर प्रसाद ने पदभार लिया है. ऐसे में निदेशक के लिए अलॉट बंगले से अब लालू यादव को शिफ्ट करना ही था.
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