पानीहाटी स्थित इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) मंदिर में रविवार सुबह 500 साल पुराने डंडा महोत्सव में कई श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। कोविड महामारी के कारण पिछले दो वर्षो से उत्सव को स्थगित कर दिया गया था।
हालांकि, इस साल जैसे ही धार्मिक उत्सव फिर से शुरू हुआ, इसमें भाग लेने के लिए जनता का उत्साह काफी अधिक था। लेकिन भीषण गर्मी और उमस के कारण करीब 50 श्रद्धालु गंभीर रूप से बीमार पड़ गए और एक महिला समेत पांच की मौत हो गई।
बीमारों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। प्रारंभ में अनुमान लगाया गया था कि गर्मी और उमस से तीन लोगों की मौत हुई है। बाद में यह संख्या बढ़कर पांच हो गई।
तीन लोगों की मौत की खबर आने के तुरंत बाद, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त किया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, पानीहाटी में इस्कॉन मंदिर में डंडा महोत्सव में गर्मी और उमस के कारण तीन भक्तों की मौत के बारे में जानकर व्यथित हूं। सीपी और डीएम पहुंचे हैं, सभी सहायता प्रदान की जा रही है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।
खबर मिलते ही तृणमूल के उत्तर 24 परगना जिलाध्यक्ष और राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य का जायजा लिया। उन्होंने कहा, राज्य सरकार चिकित्सा सहायता सहित सभी सहायता प्रदान करेगी।
त्रासदी के बाद मंदिर के अधिकारियों ने त्योहार को फिलहाल स्थगित कर दिया है।
--आईएएनएस
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