झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो अब इंटरमीडिएट की पढ़ाई करेंगे. 10वीं की परीक्षा साल 1995 में करने के बाद पढ़ाई छोड़ देने वाले महतो ने क्विंट से कहा कि जब वो बतौर शिक्षा मंत्री शपथ ले रहे थे तो कई लोगों ने उनपर सवाल उठाए थे कि 10 वीं पास क्या करेंगे. अब वो कहते हैं कि खुद भी पढ़ेंगे और झारखंड को भी पढ़ाएंगे.
अपने ही स्कूल में लिया एडमिशन
क्विंट से बातचीत में महतो कहते हैं कि साल 2005 में वो विधायक बने थे और 2006 में उन्होंने बोकारा लिले के नवाडीह में इंटर कॉलेज खोला था. अब 11वीं में शिक्षा मंत्री ने अपने ही स्कूल में दाखिला लिया है. 12वीं से आगे की पढ़ाई को लेकर पूछे गए सवाल पर वो कहते हैं कि अभी उन्होंने इंटरमीडिएट करने की ठानी है, आगे का नहीं सोचा है. इंटर के बाद ही आगे का सोचेंगे.
नई एजुकेशन पॉलिसी पर क्या बोले?
नई एजुकेशन पॉलिसी पर पूछे गए सवाल पर महतो कहते हैं कि उन्हें इस पॉलिसी में कोई बड़ा बदलाव नजर नहीं आ रहा है. वो ये भी कह सकते हैं कि इन बदलाव से कुछ शिक्षकों-स्टाफ की नौकरी जरूर जा सकती है, इसे रोकने के लिए कोई रोडमैप नजर नहीं आता है. NEP पर वो कहते हैं कि 8वीं से ही टेक्निकल कामकाज की पढ़ाई के लिए पहल जो हो रही है लेकिन उसके लिए टीचर कहां हैं. ये व्यवस्थाएं पहले सरकार को करनी होगी. आंगनवाड़ी में बच्चों को पढ़ाने की बात हो रही है तो शिक्षकों की वेकैंसी निकालनी चाहिए, जो अभी दिख नहीं रही है.
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