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झारखंड: लातेहार लिंचिंग केस में शुक्रवार को होगी 8 आरोपियों को सजा

झारखंड के लातेहार में हुई लिंचिंग के मामले में कोर्ट शुक्रवार को सभी आरपियों को सजा सुनाएगा.

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झारखंड के लातेहार में हुई लिंचिंग के मामले में कोर्ट शुक्रवार को सभी आरपियों को सजा सुनाएगा. इससे पहले स्थानीय कोर्ट ने सभी 8 आरोपियों को दोषी करार दिया था. जिसके बाद अब पीड़ितों के परिवार को सजा सुनाए जाने का बेसब्री से इंतजार है. सभी आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.

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8 आरोपियों को होगी सजा

बता दें कि मवेशी व्यापारी मजलूम अंसारी और उनके साथ मौजूद 12 साल के इम्तियाज खान को कुछ लोगों की भीड़ ने बुरी तरह पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. इसके बाद उन्हें पास के एक पेड़ से फांसी पर लटका दिया गया. इस गंभीर घटना में दोनों की मौत हो गई थी. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और पुलिस ने इस घटना के कुछ आरोपियों को नामदज किया. सभी के खिलाफ सुबूत तलाशे गए जिसके बाद लोकल कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया.

अधिक से अधिक सजा की मांग

पीड़ितों के परिवार वालों को अब शुक्रवार को आने वाले कोर्ट के फैसले का इंतजार है. उनकी मांग है कि सभी आरोपियों को अधिक से अधिक सजा का ऐलान हो. आरोपियों के दोषी करार दिए जाने से पीड़ितों के गांव और उनके सभी परिचितों में खुशी की लहर है. सभी को अब जल्द न्याय मिलने की उम्मीद है.

लिंचिंग मामले में होने जा रही इस सजा पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं. इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वालों के साथ कानून कितनी सख्ती से पेश आता है सभी लोगों को इसका इंतजार है. अगर कड़ी सजा का ऐलान होता है तो यह उन उपद्रवियों के लिए एक सबक होगा जो भीड़ का फायदा उठाकर ऐसी हत्याओं को अंजाम देते हैं.
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ये हैं आरोपी

मजलूम अंसारी और इम्तियाज खान की हत्या के मामले में कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें मनोज साहू, अवधेश साव, प्रशान्त साव, मिथलेश साव उर्फ बंटी, बिशाल तिवारी, मनोज कुमार साव और अरूण साव के नाम शामिल हैं.

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क्या थी घटना

17 मार्च 2016 को बालूमाथ थाना क्षेत्र के झाबर और चेताग के बीच में नवादा के मवेशी व्यापारी मजलूम अंसारी और उसके साथ मवेशी लेकर जा रहे आराहरा गांव के आजाद खान के पुत्र इम्तियाज खान को कुछ लोगों की भीड़ ने घेर लिया. जिसके बाद इस भीड़ ने दोनों पर हमला बोल दिया. इसके बाद लहूलुहान हालत में दोनों को पेड़ पर लटका कर फांसी दे दी गयी थी. 18 मार्च की सुबह 10 बजे तक दोनों शव पेड़ में ही लटके हुए थे.

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हत्या के बाद हंगामा

स्थानीय लोगों ने मृतकों को पेड़ से निकाला और हंगामा शुरू कर दिया. लोगों ने शवों को लेकर बालूमाथ थाना चौक में जाम लगाया. दोनों की निर्मम हत्या को लेकर पूरे इलाके के लोग गुस्से में थे. इसके बाद जब पुलिस ने शवों को कब्जे में लेना चाहा तो लोगों ने जमकर पथराव कर दिया. जिसमें पुलिस के कुछ जवान भी घायल हुए. इसके बाद पुलिस को हवाई फायरिंग कर लोगों को भगाना पड़ा. कुछ ही दिन बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

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