ADVERTISEMENTREMOVE AD

भरतपुर: जज पर एक महीने तक बच्चे के यौन शोषण का आरोप, पुलिस भी सवालों के घेरे में

करीब 1 माह तक चाइल्ड अब्यूज का आरोप, जज का माफी मांगते हुए वीडियो वायरल

Updated
राज्य
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

जिससे आम जनता को न्याय की उम्मीद हो और उसपर ही यौन शोषण का आरोप लगे तो लोगों का न्याय व्यवस्था से विश्वास हिल जाता है. लेकिन जयपुर के भरतपुर से ऐसी ही खबर सामने आई है जहां एसीबी कोर्ट के एक स्पेशल जज के ऊपर 8वीं क्लास के छात्र के यौन शोषण का आरोप लगा है. दूसरी तरफ मामले में पुलिसिया कार्रवाई ने पुलिस के दोहरे मानकों की पोल खोल दी है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

आरोप है कि जज 8वीं क्लास के छात्र को ऑफिसर्स क्लब से बहला-फुसला कर अपने घर ले गया और नशे वाला ड्रिंक पिलाकर उसका यौन शोषण किया. किसी को बताने या विरोध करने पर मासूम की मां और भाई के साथ भी ऐसा ही बर्ताव करने और गोली मार देने की धमकी दी.

करीब 1 महीने तक चले चाइल्ड अब्यूज के इस कांड में जज का माफी मांगते हुए वीडियो मीडिया तक पहुंचा तब जाकर इस केस का खुलासा हुआ. राजस्थान हाई कोर्ट ने कार्रवाई करते हुए आरोपी जज को सस्पेंड कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.

इसके अलावा बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए है. राजस्थान बाल संरक्षण अधिकारिता आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि इस मामले में पुलिस के आलाधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है. दोषी कितना भी प्रभावशाली हो बख्शा नहीं जाएगा.

कैसे आया मामला सामने 

इस मामले में भरतपुर के कोतवाली थाना इलाके में शुक्रवार, 29 अक्टूबर की रात जज बच्चे को कार से उसके घर छोड़ने आया. बच्चे को घर छोड़ने से पहले उसके साथ कार में गंदे तरीके से 'किस’ कर रहा था, यह हरकत खिड़की में से बच्चे की मां ने देख ली. उस समय जज कार लेकर भाग गया, बच्चे के घर पुलिस भेजकर धमकाया और फिर अगले दिन खुद पहुंच गया.

इस बीच मामला चर्चा में आने पर पुलिस ने भरतपुर के मथुरा गेट थाने में जज के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

0

पुलिस महकमे पर साथ देने का आरोप 

जज मूलत: हरियाणा का बताया जा रहा है. वह भरतपुर में सरकारी आवास में अकेला ही रहता है. शुक्रवार रात जब बच्चे की मां तो पता चला तो उसने कॉल कर उसे शिकायत की. मां ने टोका तो जज ने रात में ही एक एडिशनल एसपी रैंक के पुलिस ऑफिसर को उसके घर भेज दिया.

जिसे घर भेजा, वह एसीबी की भरतपुर चौकी इंचार्ज भी बताया जाता है. आरोप है कि रात में बच्चे और उसकी मां को पुलिस वाले ने समझा-बुझाकर मामला निपटाने के लिए दबाव बनाया और लौट गया. इस बीच अगले दिन बच्चे की मां ने उसे खेलने क्लब नहीं भेजा, तो अगले दिन शाम जज खुद उसके घर पहुंच गया. विधवा मां ने अपने किसी परिचित को बुला लिया.

परिचित ने अपना मोबाइल का वीडियो रिकॉर्डर ऑन कर लिया. वीडियो रिकॉर्डिंग में कभी जज उनके घर पर गिड़गिड़ाते तो कभी अपने किए के लिए माफी मांग के कानून का नाम लेकर धमकाने लगा.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बच्चे ने खुद सीडब्ल्यूसी को सुनाई दर्द की दास्तान

8वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे ने बताया कि जज अंकल मुझे जब जूस पिलाते तो कुछ देर बाद मेरा सिर घूमने लगता और चक्कर से आने लगते थे. इसके बाद गंदी हरकत करते थे. बच्चे ने विरोध किया तो पिस्टल जैसा कुछ दिखाकर धमकी दी कि मना किया तो तेरी मां और छोटे भाई को गोली मार दूंगा. मां को उठवा लेने की धमकी दी तो बच्चा डरने लगा.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×