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कानपुर:जूनियर को कॉलेज में दबंग छात्रों ने पीटा,परिवार का आरोप-हत्या की कोशिश

पीड़ित छात्र के मां की तहरीर पर आठ अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

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राज्य
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर जिले के एक प्राइवेट कॉलेज में एक छात्र की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है. कॉलेज में बीबीए कर रहे 22 वर्षीय छात्र फैज एजाज को 19 मई को कॉलेज के ही छात्रों के एक गुट ने बर्बरता से पिटाई की. जिसके बाद से फैज की हालत गंभीर बनी हुई है.

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कानपुर के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. पीड़ित छात्र के मां की तहरीर पर महाराजपुर थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (उपद्रव), 308 (गैर इरादतन हत्या करने का प्रयास) और 504 (शांति भंग के इरादे से जान बूझकर कर अपमान) के तहत कानपुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के सात से आठ अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

पीड़ित छात्र के मां की तहरीर पर आठ अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

पीड़ित छात्र फैज एजाज के साथ हुई मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जहां पर 5-6 छात्र एक साथ मिलकर फैज की बेरहमी से पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं.

वही थोड़ी ही दूर खड़ा एक छात्र इस पूरी घटना का वीडियो बना रहा है. सूत्रों की माने तो बाद में आरोपियों ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. मामला संज्ञान में आने के बाद कानपुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रशासन ने घटना में सम्मिलित छह आरोपी छात्रों को सस्पेंड कर दिया है.

"फैज को मार देना चाहते थे आरोपी"

परिजनों ने आरोप लगाया है कि आरोपी छात्र, फैज को जान से मार देना चाहते थे. पीड़ित छात्र फैज के चाचा हसन वारसी ने क्विंट हिंदी से बातचीत के दौरान बताया,

“मेरा भतीजा फैज एजाज अपने क्लास की एक छात्रा के साथ कैंपस में कैंटीन पर बैठा था. तभी करीब छह छात्रों का एक ग्रूप वहां पहुंचा और उसे बेरहमी से पीटने लगे.उन्होंने ने उसे तब तक मारा जब तक उन्हें यह नहीं लगा कि वह मर गया है. वे उसे जान से मार देना चाहते थे. यह एक तरह की लिंचिंग थी. हमलावरों ने मारपीट का वीडियो भी शूट किया और बाद में इसे सोशल मीडिया पर डाल दिया. फैज के बेहोश होने के बाद वे सभी फरार हो गए. इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने हमें सूचित किया और बाद में फैज को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी हालत गंभीर बताई गई. अभी वह मनामा अस्पताल, कानपुर में ज़िंदगी और मौत से जूझ रहा है. उसके सर पर बाप का साया भी नहीं है.”
पीड़ित छात्र के मां की तहरीर पर आठ अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

पुलिस की कार्यवाही से असंतुष्ट नजर आते हुए उन्होंने कहा कि मुकदमे में जो धारा लगाई गई है वह गैर इरादतन हत्या के प्रयास की है जबकि यह इरादतन हत्या का प्रयास था. इसलिए धारा बदलनी चाहिए. वहीं कॉलेज प्रशसन से उनकी मांग है कि जिन आरोपी छात्रों का स्थाई सस्पेंशन किया गया है उनको हमेशा के लिए निलंबित किया जाए. परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इस मामले में इंसाफ की गुहार लगाई है.

पीड़ित छात्र ने सुनाई आपबीती

क्विंट हिंदी से बातचीत में पीड़ित फैज ने बताया,

"मैं आम दिनों की तरह शुक्रवार को भी कैंटीन में बैठा हुआ था. अगले दिन शनिवार को एक फेयरवेल इवेंट था जिसका मुझे कैप्टन बनाया गया था. फार्मेसी फाइनल ईयर के बच्चे बैठे हुए थे जो मुझसे भड़के हुए थे कि मैं जूनियर होकर भी इस इवेंट का हेड कैसे बन गया. वो मुझे चिढ़ा रहे थे. मैंने उनसे पूछा मुझे क्यों चिढ़ा रहे हो तो उन्होंने मुझे बहुत मारा. मेरे सीने पर लात मारी, मेरा सर जा के दीवार में लड़ा. पहले मुझे कैंटीन में पीटा फिर जब में डायरेक्टर से शिकायत करने जा रहा था तो कैंटीन के बाहर भी बहुत पीटा."

मनामा अस्पताल के एक डॉक्टर ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि फैज के सर पर काफी चोटें आयी थीं खून का थक्का जम गया था जिसकी वजह से हेपोटेमा बन गया था. अब खतरे से बाहर है अभी हालत काफी बेहतर है वह बातचीत भी कर रहा है. तीन दिन आइसीयू में रखने के बाद उसे नार्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है.

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