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'बेटा मर गया', गुहार लगाते मरा ड्राइवर,GST अफसरों ने नहीं छोड़ा ट्रक, आरोप पर FIR

Uttar Pradesh: कानपुर में GST अधिकारियों की असंवेदनशीलता से एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो जाने का आरोप

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राज्य
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में GST अधिकारियों की असंवेदनशीलता से एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो जाने का आरोप है. कानपुर में एडिशनल कमिश्नर महेंद्र विक्रम सिंह, जॉइंट कमिश्नर अमित मोहन और पारस नाथ यादव पर आरोप है कि शनिवार, 22 जुलाई की रात इन अधिकारियों ने स्क्रैप से लदा एक ट्रक रोका था. ट्रक को अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया. ड्राइवर ने कथित तौर पर गुहार लगाई कि उसके बेटे की मौत हो चुकी है. उसे घर जाने दिया जाए, लेकिन अफसरों ने उनका ट्रक नहीं छोड़ा. बलबीर मबजूरी में वहीं रुके और केबिन में ही रात उनकी मौत हो गयी.

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ये है पूरा मामला...

मामला कानपुर के कल्याणपुर थाने का है जहां पर पंजाब लुधियाना के असलमगंज निवासी बलबीर सिंह उर्फ बिल्लू पंजाब के ही ट्रांसपोर्टर ललित कुमार का ट्रक चलाते थे. वह पंजाब से माल लेकर आए थे और 21 जुलाई को वह कानपुर में ट्रांसपोर्टर संजीव दीक्षित का कोयला नगर से माल लादकर वापस जा रहे थे. गीता नगर क्रॉसिंग के पास जीटी रोड पर चेकिंग के दौरान जीएसटी के सचल दल ने उन्हें रोक लिया. टैक्स चोरी का हवाला देते हुए विकास नगर स्थित जीएसटी ऑफिस ले जाकर डीसीएम खड़ा करा दिया गया.

ड्राइवर ने कथित तौर पर गुहार लगाई कि उसके बेटे की मौत हो चुकी है. उसे घर जाने दिया जाए, लेकिन अफसरों ने उनका ट्रक नहीं छोड़ा.

अफसरों द्वारा मजबूर किए जाने पर माल की हिफाजत के लिये ड्राइवर बलबीर मबजूरी में वहीं रुके और केबिन में रात भर राेते रहे. 23 जुलाई की सुबह 6 बजे ट्रक के केबिन में ही उनकी मौत हो गई.

स्टेट जीएसटी की हिरासत में ही रोते-रोते किसी वक्त बलबीर ने भी दम तोड़ दिया. उनके बेटे की तहरीर के आधार पर पुलिस ने GST अफसरों के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा.

Uttar Pradesh: कानपुर में GST अधिकारियों की असंवेदनशीलता से एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो जाने का आरोप

एफआईआर की प्रति

वहीं इस मामले को लेकर व्यापारी संगठन भी बेहद आक्रोशित हैं. सोमवार को व्यापारी संगठनों ने भी इस मामले को लेकर खूब हंगामा किया.

व्यापारी संगठन और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के साथ जीएसटी कार्यालय पहुंचे. व्यापारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि जीएसटी अधिकारियों की संपत्ति की जांच कराई जाए. बेवजह व्यापारियों को परेशान कर उनसे मोटी रकम वसूली जाती है.

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'बेटे के निधन की जानकारी नहीं थी' - जीएसटी विभाग

जीएसटी के अपर आयुक्त जीएस बौनाल का कहना है कि, "ट्रक कानपुर के कोयला नगर से पंजाब जा रहा था, जिसमें कागजात कम थे, इसलिए ट्रक को माल समेत लखनपुर स्थिति कार्यालय लाया गया था. शुक्रवार देर रात ट्रक को पकड़ा गया था. स्क्रैप पंजाब के लुधियाना ट्रांसपोर्ट कंपनी जा रहा था. विभाग को उसके बेटे के निधन की जानकारी नहीं थी. सुबह के वक्त चालक को अधिकारी फोन कर रहे थे, लेकिन उसका फोन रिसीव नहीं हुआ. उसे केबिन में जाकर हिला कर देखा गया, लेकिन वह नहीं उठा."

एसीपी विकास पांडे ने बताया कि, "इस संबंध में प्रार्थना पत्र मिलने के बाद कल्याणपुर में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया और पोस्टमार्टम और पंचनामा की कार्यवाही कर जो उसमे साक्ष्य होंगे उसके मुताबिक कार्यवाही की जाएगी."

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