पंजाब के कपूरथला (Kapurthala lynching) में कथित बेअदबी के लिए एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डालने की घटना में गुरुद्वारा के केयरटेकर अमरजीत सिंह को अन्य अपराधों के अलावा हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
पंजाब पुलिस के तरफ से यह कार्यवाही पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा यह कहने के बाद की गयी है कि घटना में बेअदबी का कोई सबूत नहीं मिला है, युवक की हत्या की गई थी और जांच के बाद यह एक हत्या का मामला लग रहा है.
मुख्यमंत्री चन्नी ने आगे कहा कि एफआईआर में इसी के अनुसार बदलाव किया जाएगा. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार FIR में 100 अज्ञात आरोपियों का उल्लेख है जिन्हें पुलिस घटना की तस्वीरों और वीडियो की मदद से शिनाख्त करेगी.
कपूरथला लिंचिंग केस: अब तक क्या हुआ है?
गुरुद्वारा के केयरटेकर अमरजीत सिंह ने कहा था कि उन्होंने उस व्यक्ति को निशान साहिब का अनादर करते हुए देखा, जब वह सुबह 4 बजे अपनी दैनिक प्रार्थना के लिए निकले थे. हालांकि एसएसपी कपूरथला हरकमलप्रीत सिंह खाख का कहना था कि जब वह पकड़ा गया तो वह चोरी करने का प्रयास कर रहा होगा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने गुरुवार, 23 दिसंबर को रिपोर्ट प्रकशित की कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसके शरीर पर लगभग 30 चोट की निशान थीं, जिनमें ज्यादातर तलवार की थीं.
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी नरिंदर सिंह के अनुसार स्थानीय सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों के पांच सदस्यीय बोर्ड ने शव परीक्षण किया था, जिसके दौरान यह निर्धारित किया गया था कि मृतक तलवार से घायल हो गया था, जिसके कारण उसके शरीर पर गहरे कटने के घाव थे.
गौरतलब है कि मारे जाने के कुछ दिनों बाद भी मृतक की पहचान अज्ञात बनी हुई है. शहर के एसपी सुरिंदर सिंह ने कहा कि पुलिस ने उसकी पहचान करने की पूरी कोशिश की थी लेकिन PTI की रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक कोई भी शव पर दावा करने के लिए आगे नहीं आया है.
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