ADVERTISEMENTREMOVE AD

करनाल: SDM के आदेश पर चौटाला- 'किसानों के खिलाफ बयान निंदनीय, कार्रवाई होगी'

करनाल लाठीचार्ज के विरोध में हरियाणा के नूह की अनाजमंडी में महापंचायत का आयोजन.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

हरियाणा के करनाल (Karnal Lathi Charge) में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए पुलिस के लाठीचार्ज के बाद राज्य के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की प्रतिक्रिय आई है. करनाल के एसडीएम (SDM) आयुष सिन्हा के निर्देश की निंदा करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि "आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."

ADVERTISEMENTREMOVE AD
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, चौटाला ने कहा, "किसानों के लिए IAS द्वारा ऐसी भाषा का इस्तेमाल निंदनीय है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."

महापंचायत में SDM को सस्पेंड किए जाने की मांग

29 अगस्त को किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में करनाल में हुए लाठीचार्ज के विरोध में हरियाणा के नूह की अनाजमंडी में महापंचायत का आयोजन किया है. किसानों ने महापंचायत में एसडीएम आयुष सिन्हा को सस्पेंड किए जाने की मांग की. संयुक्त किसान मोर्चा ने देश भर के किसानों से महापंचायत में आने का आवाहन किया है.

संयुक्त किसान मोर्चा के शीर्ष नेता जोगिंदर सिंह उग्रहा और योगेंद्र यादव समेत कई बड़े किसान नेता इस महापंचायत में पहुंचे हैं.

क्या हुआ था करनाल में?

28 अगस्त को, हरियाणा के करनाल में मुख्यमंत्री खट्टर और बीजेपी के तमाम विधायकों और सांसदों की आगामी पंचायत चुनाव को लेकर एक बैठक थी. किसान इस दौरान बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे थे, जिसे देखते हुए पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था.

ड्यूटी मजिस्ट्रेट आयुष सिंहा ने किसानों को रोकने के लिए किसानों पर लाठियां बरसाने के आदेश दे दिए. इस आदेश के बाद किसानों पर जमकर लाठियां बरसाई गई, जिसमें कई किसानों को गहरी चोटें आई और कई किसानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

डिप्टी मजिस्ट्रेट के आदेश का वीडियो हुआ था वायरल

ड्यूटी मजिस्ट्रेट का जो वीडियो सामने आया है, उसमें वो कहते दिख रहे हैं:

"सिंपल है, जो भी हो यहां से कोई भी वहां नहीं जाएगा. मैं स्पष्ट कर देता हूं कि सिर फोड़ देना. मैं ड्यूटी मजिस्ट्रेट हूं, लिखित में बता रहा हूं. सीधे लठ मारना सिर पर... कोई डाउट? कोई जाएगा इसे ब्रीच करके? सीधे उठा उठाकर मारना पीछे से. कोई डायरेक्शन की जरूरत नहीं है. ये नाका हम ब्रीच नहीं होने देंगे. हम दो दिन से ड्यूटी कर रहे हैं. क्लियर है, यहां से कोई बंदा नहीं जाना चाहिए, अगर जाए तो उसका सिर फूटा होना चाहिए."

कांग्रेस से लेकर किसान नेता योगेंद्र यादव ने एसडीएम के आदेश की निंदा की थी. पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने SDM का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "मैं उम्मीद करता हूं कि ये वीडियो एडिट किया हुआ है, और डीएम ने ऐसा नहीं कहा... नहीं तो, लोकतांत्रिक भारत में अपने नागरिकों के साथ ऐसा करना अस्वीकार्य है."

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×