कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, उनके परिवार के चार सदस्यों और एक सरकारी अधिकारी के खिलाफ रिश्वतखोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के लिए बेंगलुरु के एक कोर्ट में नई निजी शिकायत दर्ज की गई है. शिकायतकर्ता, सोशल एक्टिविस्ट टीजे अब्राहम ने मुख्यमंत्री और बाकी लोगों पर एक आवास परियोजना के लिए मंजूरी के बदले में साल 2020 में रिश्वत लेने का आरोप लगाया है.
एक्टिविस्ट टी जे अब्राहम द्वारा 4 जून को दायर की गई निजी शिकायत को देखते हुए, निर्वाचित प्रतिनिधियों के खिलाफ मामलों की सुनवाई करने वाले विशेष कोर्ट ने, मामले की सुनवाई के लिए 30 जून की तारीख तय की है.
निर्वाचित प्रतिनिधियों के खिलाफ अक्सर मामले दर्ज करने वाले अब्राहम ने अपनी शिकायत में येदियुरप्पा, मंत्री एस टी सोमशेखर, IAS अधिकारी जीसी प्रकाश, येदियुरप्पा के बेटे बी वाई विजयेंद्र, पोते शशिधर मराडी, दामाद विरुपक्षप्प यमाकाणमरादी और रिश्तेदार संजय श्री का नाम लिया है.
शिकायत में क्या हैं आरोप?
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बेटे और पोते समेत, मुख्यमंत्री के परिवार ने ठेकेदार चंद्रकांत रामलिंगम से 12.5 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और शेल कंपनियों के एक नेटवर्क के जरिये 5.01 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की.
साल 2020 में, अब्राहम ने नई दिल्ली में ED में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें येदियुरप्पा और बाकी लोगों के खिलाफ रिश्वत और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच का अनुरोध किया गया था.
ED के पास नवंबर 2020 में शिकायत दर्ज की गई थी, लेकिन अभी तक किसी भी एजेंसी द्वारा मामले में कोई FIR दर्ज नहीं की गई है.
“मैंने नवंबर 2020 में ED और कर्नाटक में एंटी-करप्शन ब्यूरो में शिकायत दर्ज की थी. लेकिन दोनों एजेंसियां जांच शुरू करने में विफल रही हैं, जिससे मुझे एक निजी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसमें मैंने विशेष कोर्ट में FIR दर्ज करने के निर्देश दिए जाने की मांग की है. याचिका पर सुनवाई होनी बाकी है.”टी जे अब्राहम, एक्टिविस्ट
मुख्यमंत्री के परिवार के खिलाफ आरोप
ED को नवंबर 2020 में भेजी गई शिकायत में, एक्टिविस्ट ने लिखा था, “ये कर्नाटक में पब्लिक नॉलेज में है कि ऊपर बताए गए आरोपी व्यक्ति भ्रष्टाचार और रिश्वत के जरिये से भारी मात्रा में पैसे इकट्ठा करने की अवैध गतिविधियों में शामिल हैं, जो शेल और अन्य कंपनियों के माध्यम से भेजे जाते हैं.”
ED को लिखे पत्र और कोर्ट में दायर निजी शिकायत में एक निजी कंस्ट्रक्शन फर्म रामलिंगम कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड के निदेशक चंद्रकांत रामलिंगम का भी नाम शामिल है.
मुख्यमंत्री और उनके बेटे पर सितंबर 2020 में एक कन्नड़ समाचार चैनल के खिलाफ मजबूत रणनीति का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया था, जब उसने दावा किया कि ये एक स्टिंग ऑपरेशन में ठेकेदार ने रिश्वत देना स्वीकार किया था. हालांकि, ठेकेदार ने चैनल पर जबरदस्ती, ब्लैकमेल और रंगदारी का आरोप लगाया है.
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