दो वरिष्ठ महिला अधिकारियों के बीच एक सार्वजनिक झगड़े ने कर्नाटक (Karnataka) प्रशासन में कई लोगों को चौंका दिया है. बोम्मई सरकार को इसमें दखल देना पड़ा. राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने इसके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है और इसे उन्होंने दोनों अधिकारियों का "बुरा व्यवहार" बताया. समझते हैं कि क्या है यह पूरा मामला?
रविवार, 19 फरवरी को आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी डी रूपा मौदगिल पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें शेयर कीं.
उन्होंने दावा किया कि रोहिणी सिंधुरी ने पुरुष आईएएस अधिकारियों को उनकी तस्वीरें भेजकर सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन किया है.
डी रूपा ने अपने फेसबुक पेज पर तस्वीरें पोस्ट कीं और आरोप लगाया कि सिंधुरी ने उनकी तस्वीरें 2021 और 2022 में तीन आईएएस अधिकारियों के साथ शेयर की थी.
एक दिन पहले, डी रूपा ने सिंधुरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की एक लंबी लिस्ट जारी की थी. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और मुख्य सचिव वंदिता शर्मा से भी शिकायत की थी.
गुस्से में, रोहिणी सिंधुरी ने रविवार को एक बयान में कहा कि डी रूपा उनके खिलाफ "झूठा, व्यक्तिगत निंदा अभियान" चला रही थीं और कार्रवाई की धमकी दे रही थीं.
"उसने मुझे बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया से तस्वीरें और (मेरे) व्हाट्सएप स्टेटस के स्क्रीनशॉट एकत्र किए. जैसा कि उसने आरोप लगाया है कि मैंने ये तस्वीरें कुछ अधिकारियों को भेजी हैं, मैं उनसे उनके नामों का खुलासा करने का आग्रह करती हूं."रोहिणी सिंधुरी
रोहिणी सिंधुरी ने आईपीएस अधिकारी डी रूपा मौदगिल पर यह आरोप लगाते हुए उनकी मानसिक स्थिति की तरफ भी इशारा किया, उन्होंने कहा कि, "मानसिक बीमारी एक बहुत बड़ी समस्या है. जब यह जिम्मेदार पदों पर लोगों को प्रभावित करता है, तो यह और भी खतरनाक हो जाता है. रूपा आईपीएस मेरे खिलाफ झूठे, व्यक्तिगत बदनामी अभियान चला रही हैं."
कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस विवाद पर पुलिस प्रमुख से चर्चा की है और मुख्यमंत्री भी इससे अवगत हैं.
उन्होंने कहा, "हम चुप नहीं बैठे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. दोनों बहुत खराब व्यवहार कर रहे हैं - सामान्य लोग भी इस तरह से सड़कों पर नहीं बोलते हैं. उन्हें अपने व्यक्तिगत मुद्दों पर जो करना है, करने दें, लेकिन मीडिया के सामने आकर यह लोग जिस तरह से व्यवहार कर रहे हैं वह सही नहीं है."
डी रूपा कर्नाटक हस्तशिल्प विकास निगम की प्रबंध निदेशक हैं और सुश्री सिंधुरी हिंदू धार्मिक संस्थानों और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग की आयुक्त हैं.
विवाद कथित तौर पर तब शुरू हुआ जब हाल ही में एक रेस्तरां में जनता दल सेक्युलर के विधायक सा रा महेश के साथ सिंधुरी की तस्वीरें वायरल हुईं. 2021 में जब सिंधुरी मैसूर में तैनात थीं, तब दोनों ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कई सार्वजनिक झगड़े किए.
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