कर्नाटक (Karnataka) के शिवमोगा (Shivmogga) में बजरंग दल (Bajrang Dal) के एक सदस्य की हत्या के बाद वहां काफी हिंसा हुई. अब राज्य सरकार ने मृतक हर्ष के अंतिम संस्कार की अनुमति देने के निर्णय के लिए स्थानीय प्रशासन को दोषी ठहराया है, जिसके दौरान शहर में हिंसा भड़की. वहीं एक मंत्री ने यह भी कहा है कि हत्या की जांच हिजाब (Hijab) विवाद सहित हर एंगल से की जाएगी.
शिवमोगा के एसपी लक्ष्मी प्रसाद ने बताया कि, "बजरंग दल के सदस्य की हत्या के मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है साथ ही 12 लोगों से पूछताछ जारी है."
साथ ही उन्होंने बताया कि, " पीड़ित हर्ष के खिलाफ दो मामले दर्ज थे- एक दंगा मामला और 2016-17 में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला भी दर्ज था."
हिरासत में लिए गए बारह लोगों से पूछताछ की जा रही है और उनमें से तीन को 26 साल के हर्ष की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिसे रविवार रात को एक कार में चाकू से कुछ अज्ञात लोगों के समूह ने मार दिया था.
वहीं शिवमोगा में हुई हिंसा के दौरान 14 ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें प्राइवेट प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया गया है.
एडीजीपी प्रताप रेड्डी ने बताया कि, "14 अलग-अलग मामलों की हमने पहचान की है जिसमें एफआईआर होनी है इसमें से तीन पर हम एफआईआर कर चुके हैं. साथ ही हिंसा में जिन लोगों की गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया है हम उन लोगों की भी तलाश कर रहे हैं और उनपर भी एफआईआर होगी."
बता दें जब मृतक हर्ष की अंतिम संस्कार के लिए शव यात्रा निकली उस दौरान हिंसा और आगजनी हुई. अंतिम संस्कार में 5,000 से अधिक लोग शामिल हुए थे. तब कारों में आग लगा दी गई और पथराव की सूचना मिली. एक फोटो जर्नलिस्ट और एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम तीन लोग घायल हो गए थे. कई वाहनों में या तो आग लगा दी गई या उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
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