उत्तर प्रदेश की नैनी जेल में कश्मीर के एक राजनीतिक कैदी की मौत हो गई है. कैदी के बेटे का आरोप है कि जब उसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुलाया तो उसके पिता की मौत हो चुकी थी. उसे ये बोलकर बुलाया गया था कि उसके पिता की तबीयत काफी खराब है. अधिकारियों ने कहा कि हिरासत में लिए गए व्यक्ति की शनिवार को जेल में मौत हो गई.
जम्मू-कश्मीर के प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी के सदस्य गुलाम मोहम्मद भट पर जुलाई में जन सुरक्षा कानून (पीएसए) अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था. साठ साल से ज्यादा उम्र के भट के पारिवारिक सदस्यों के अनुसार, उन्हें शुक्रवार शाम बताया गया कि भट की तबीयत ठीक नहीं है.
कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से सैकड़ों कैदियों को उत्तर प्रदेश की जेल में भेजा गया था. यहां की कई जेलों में कश्मीर के कैदियों को रखा गया है.
बेटे को बुलाया गया यूपी
भट के बेटे हनीफ मोहम्मद ने कहा, "शनिवार सुबह, मुझे उत्तर प्रदेश भेजा गया. शाम को मेरे नैनी जेल पहुंचने पर मुझे बताया गया कि मेरे पिता की मौत हो गई." हनीफ को उनके पिता का शव ले जाने की अनुमति दे दी गई और रविवार शाम हंदवाड़ा के कुलनगाम गांव में भट का अंतिम संस्कार किया गया. हनीफ ने कहा कि उन्हें कुछ दिनों पहले बताया गया था कि उनके पिता की तबियत ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा, "मैंने पुलिस से उन्हें वापस ले जाने के लिए कहा और बताया कि परिवार वहां उनकी बेहतर देखभाल करेगा, लेकिन हमारी किसी ने नहीं सुनी. हमें मौत का कारण नहीं पता. जेल के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें लिवर में परेशानी थी."
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