लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में हिंसा के बाद ग्राउंड जीरो पर क्विंट की टीम पहुंचीं. क्विंट से बातचीत में किसानों ने कहा कि मंत्री के सहमति से ही बेटे ने ये कदम उठाया वरना उसकी हिम्मत नहीं होती, किसान निष्पक्ष जांच चाहते हैं और सरकार से आरोपी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. तिकुनिया कस्बे में एक किसान तरनजीत सिंह ने बताया-
तीन गाड़ियां 80-90 की स्पीड से आईं और आगे जाकर आदमियों को कुचल दिया.तरनजीत सिंह
एक और किसान परमिंदर सिंह ने कहा
सरकार 45 लाख रुपये के मुआवजे की बात कर रही है, लेकिन सवाल ये है कि किसानों पर इतना अत्याचार बीजेपी अपने मंत्रियों से क्यों करवा रही है. कल से लेकर आज तक आखिर मंत्री को सस्पेंड क्यों नहीं किया गया है. अभी तक सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया और ना ही आरोपी की गिरफ्तारी की है.परमिंदर सिंह
भारतीय सिक्ख संगठन के चीफ जसवीर सिंह विर्क ने केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा को हटाए जाने की मांग करते हुए कहा-
ये केंद्रीय राज्य मंत्री के बेटे के अकेले का काम नहीं है, ये उनके पिता जी की भी मर्जी होगी. बगैर उनके कहे इस तरह से गाड़ी से आकर कई लोगों को रौंद कर चला जाए ये अकेले का काम नहीं है. हम लोगों ने प्रशासन से कहा है कि पहले मंत्री खत्म से हटाया जाए तब साफ तरीके से इनकॉयरी हो पाएगी.जसवीर सिंह विर्क
बता दें कि आरोप है कि केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गाड़ी से कुचलने से 5 किसानों की कथित तौर पर मौत हो गई है. हालांकि अजय मिश्रा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा है कि कुछ उपद्रवी लोगों ने पार्टी कार्यकर्तां पर लाठी और तलवार से हमला कर दिया. उन्होंने आगे कहा कि अगर मेरा बेटा घटनास्थल पर होता तो जिंदा वापस नहीं आ पाता. उपद्रवियों ने लोगों की हत्या की, लोगों को मारा और गाड़ियों में आग लगा दी.
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