भारतीय किसान यूनियन (BKU) के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह पर 31 मई की रात हमला हुआ. उनकी कार पर तीन राउंड की फायरिंग की गई. ये घटना अलीगंज से घर आते समय गोला कोतवाली में घटी. इस हमले में दिलबाग सिंह बाल-बाल बचे.
दिलबाग सिंह अपनी ब्रेजा गाड़ी से लौट रहे थे, जब उनकी गाड़ी पर फायरिंग की गई. सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि गोलियों से गाड़ी के शीशे टूट गए हैं.
FIR के मुताबिक, दिलबाग सिंह ने बताया कि मूडा सवारन से करीब 500 मीटर पहले दो बाइक सवार अचानक से गाड़ी के पीछे आए और फायरिंग शुरू कर दी, जिससे ड्राइवर की साइड का पिछला टायर पंक्चर हो गया. गाड़ी रुकने के बाद दोनों हमलावरों ने ड्राइवर की सीट का दरवाजा खोलने की कोशिश की. दरवाजा नहीं खोलने पर दिलबाग सिंह की तरफ शीशे पर दो राउंड फायरिंग की.
लखीमपुर खीरी पुलिस ने बताया है कि इस घटना में मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाई की जा रही है. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
लखीमपुर तिकुनिया कांड में हैं गवाह
दिलबाग सिंह अक्टूबर 2021 में लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के गवाह हैं. अक्टूबर में एक गाड़ी ने कुछ किसानों को गाड़ी से कुचल दिया था. इस घटना के मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र मुख्य आरोपी हैं.
राकेश टिकैत पर फेंकी गई थी स्याही
कुछ दिन पहले ही, बेंगलुरु में एक कार्यक्रम में BKU नेता राकेश टिकैत पर स्याही फेंकी गई थी. ये घटना उस वक्त हुई, जब टिकैत बेंगलुरू के गांधी भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. घटना को अंजाम देने वाले शख्स को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
इस घटना पर टिकैत ने कहा था, "ये जिम्मेदारी यहां के पुलिस की है. यहां पुलिस ने सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया है. पूर्ण रूप से सरकार की मिली-भगत से ये काम हुआ है."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)