सोनभद्र नरसंहार पीड़ितों से मिले CM योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 21जुलाई को सोनभद्र नरसंहार के पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे. इसके साथ ही सीएम योगी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर किसानों की मौत पर दिखावे के आंसू बहाने का आरोप भी लगाया.
योगी ने कहा, “यह घटना एक बड़ी राजनीतिक साजिश है. इसकी नींव 1955 में रखी गई थी, जब भूमि को एक ट्रस्ट को ट्रांसफर किया गया था, इस ट्रस्ट को कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य ने गठित किया था. 1989 में कांग्रेस की उत्तर प्रदेश सरकार ने भूमि को ट्रस्ट के एक व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया था.”
बता दें कि सोनभद्र में भूमि विवाद को लेकर हुए खूनी संघर्ष में 10 लोगों की जान चली गई और दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 18.5 लाख की मदद राशि और घायलों को 2.5 लाख रुपये देने की घोषणा की है. इससे पहले सरकार ने मृतक परिवारों के लिए 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की थी.
सोनभद्र जाने पर प्रियंका ने कसा योगी पर तंज
प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सोनभद्र दौरे पर ट्वीट करते हुए कहा है-
‘‘ उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री के सोनभद्र जाने का मैं स्वागत करती हूं. देर से ही सही, पीड़ितों के साथ खड़ा होना सरकार का फर्ज है. अपना फर्ज पहचानना अच्छा है. उम्भा को लम्बे समय से न्याय की प्रतीक्षा है. अपेक्षा है कि उम्भा के पीड़ितों को न्याय मिलेगा और उनकी 5 मांगो को माना जाएगा.’’
प्रियंका ने एक और ट्वीट किया और लिखा, ‘‘उम्भा गांव के पीड़ितों की आवाज का जब कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं, न्यायपसंद लोगों ने साथ दिया तब यूपी सरकार को भी लगा कोई गंभीर घटना घटी है. आज जो घोषणाएं की गई हैं ,उन पर जल्द अमल हो. आदिवासियों को जमीन का मालिकाना मिले और सबसे जरूरी कि गांव के लोगों की पूरी सुरक्षा हो.’’
मीट की दुकान को लेकर विश्व हिंदू परिषद और एसपी का टकराव
बांदा शहर में मीट की कथित अवैध दुकानों को हटाए जाने को लेकर हुए बवाल में पुलिस की ओर से विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने से दोनों पक्षों में उबाल आ गया है. वीएचपी जहां पुलिस पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगा रही है, वहीं समाजवादी पार्टी (एसपी) इसे पीड़ितों का उत्पीड़न बता रही है.
पुलिस ने बताया, ‘‘शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा बांदा शहर में मीट की दुकानें जबरन बंद कराने का विरोध करते हुए हाथीखाना मुहल्ले के कुछ मुस्लिम लोग सड़क पर उतर आए थे.’’
इस मामले में वीएचपी के 10 कार्यकर्ताओं और मुस्लिम वर्ग के 6 लोगों को नामजद करते हुए दोनों पक्षों के करीब 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ एक पुलिस अधिकारी की तहरीर पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई. पुलिस की इस कार्रवाई पर विश्व हिंदू परिषद और समाजवादी पार्टी ने अलग-अलग विरोध जताया है.
1 हजार डेटोनेटर के साथ एटीएस ने 4 लोगों को पकड़ा
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने 4 लोगों को 1 हजार डेटोनेटर और 5 हजार जिलेटिन रॉड्स के साथ गिरफ्तार किया है. ये गिरफ्तारी झांसी में हुई हैं. एटीएस ने पूरा कनसाइनमेंट जब्त कर केस दर्ज कर लिया है.
जब बिजली विभाग ने थमा दिया 1 अरब से ज्यादा का बिल
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में 70 साल के शमीम को 1,28,45,95,444 रुपये का बिजली बिल मिला है, जबकि उनका बिजली लोड केवल दो किलोवाट है. हापुड़ के चामरी गांव में शमीम अपनी पत्नी के साथ रहते हैं. शमीम ने बताया कि वह इस गलती को सुधरवाने के लिए बिजली विभाग भी गए थे, लेकिन वहां अधिकारियों ने कहा कि बिल का भुगतान करो नहीं तो बिजली वापस नहीं जोड़ी जाएगी.
शमीम ने बताया कि हर महीने उनका बिजली का बिल 700 से 800 रुपये के आसपास आता है. लेकिन इस बार बिजली विभाग ने हमें पूरे शहर का बिल थमा दिया है.
लखनऊ के बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है, ऐसे में वह कुछ नहीं कह सकते. जब उन्हें इस बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि यह तकनीकी खामी हो सकती है, जिसे सुधार लिया जाएगा.
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