मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर जिले के बमीठा में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. यहां एक ASI अशोक शर्मा हत्या के मामले की गुत्थी को सुलझाने के लिए दतिया स्थित पंडोखर सरकार के दरबार में अर्जी लगाने पहुंच गए.
मध्यप्रदेश पुलिस के एएसआई को इस हत्या के मामले की गुत्थी बाबा के यहां सुलझानी तब महंगी पड़ गई जब एएसआई (ASI) का वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने संज्ञान लेते हुए एएसआई को सस्पेंड करते हुए थाना प्रभारी को भी लाइन हाजिर कर दिया.
ये है पूरा मामला
बमीठा थाना क्षेत्र के ओटा पुरवा में हरीराम अहिरवार की 17 वर्षीय बेटी का शव 28 जुलाई को कुएं में मिला था. मृतक के परिजनों ने गांव के युवक रवि अहिरवार, गुड्डा उर्फ राकेश अहिरवार, अमन अहिरवार पर हत्या किए जाने के आरोप लगाए थे.
इस मामले की पहेली सुलझाने के लिए एएसआई अशोक शर्मा 'बाबा पंडोखर सरकार' के पास पहुंचे थे. जिस पर पंडोखर सरकार ने कहा कि, कुछ नाम हैं उन नामों में से एक नाम को मैं ना बोलूं तो समझ लो वही है. बाकी नहीं है तुम्हारे रिकॉर्ड में दर्ज होंगे ध्यान से सुनना. रवि अहिरवार, राकेश, अमन,अब ढूंढ लेना कौन है.
बाबा ने एएसआई से आगे कहा कि तुमने जिन लोगों को उठाया है उनसे पूछा है उनमें से कोई एक है जिसका मैंने नाम नहीं लिया उससे ही रहस्य खुलेगा. तुम जितने नाम लिख कर लाए हो उनमें से एक नाम मैंने नहीं बोला वहीं से सुराग लगेगा. एक व्यक्ति मझगुवां क्षेत्र का होगा उसी से राज खुलेगा.
जिसके बाद एएसआई अशोक शर्मा वापस अपने थाने पहुंचे और थाना प्रभारी को पूरी बात बताई. थाना प्रभारी ने उस व्यक्ति के परिजन को बुलाया जिसके बारे में पंडोखर सरकार ने बोला था और थाना प्रभारी पंकज शर्मा ने वीडियो दिखाते हुए 17 वर्षीय मृतका संजना अहिरवार के चाचा तीरथ अहिरवार को आरोपी मान कर हिरासत में लेते हुए जेल भेजने की कार्रवाई कर दी. इसके विरोध में ग्रामीणों के साथ परिजन एसपी ऑफिस शिकायत लेकर पहुंच गए और पूरी आपबीती सुनाई.
पूरे मामले के बाद एसपी सचिन शर्मा ने वीडियो के आधार पर एएसआई अशोक शर्मा को सस्पेंड करते हुए बमीठा थाना प्रभारी पंकज शर्मा को लाइन हाजिर करते हुए आगे की जांच करने के लिए खजुराहो एसडीओपी मनमोहन सिंह बघेल को जिम्मेदारी दे दी है.
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