सावन के पहले सोमवार के दिन महाकाल (Mahakal Temple) में लोग कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाते नजर आए. मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे लोगों के चेहरे पर ना ही मास्क था और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का ही ख्याल रखा गया. ज्यादा भीड़ देखकर प्रशासन को भीड़ में काबू करना मुश्किल हो गया, जिससे भीड़ में भगदड़ जैसे हालत हो गए, कई लोगों के घायल होने की भी खबर है.
भारी भीड़ के दबाव के कारण प्रवेश द्वारा पर बेरिकेड्स टूट गए, जब भगदड़ जैसे हालात हुए उस वक्त सीएम शिवराज सिंह, उमा भारती और कई वीआईपी भी मंदिर आए थे. कहा जा रहा है वीआईपी की ड्यूटी में सुरक्षाकर्मी मशगूल थे और इधर भीड़ बेकाबू हो गई.
सोशल मीडिया पर मंदिर के कई वीडियोज वायरल हो रहे हैं, जिसमें देखकर यही लग रहा है कि लोगों को ना तो कोरोना की परवाह है और ना ही किसी नियम कानून की, लोग एक दूसरे को धक्का देते हुए मंदिर के अंदर जाते दिखे, और मंदिर प्रशासन बेबस दिख रहा था.
मंदिर में हुई अफरातफरी पर उज्नैन के कलेक्टर ने कहा ''लोग ज्यादा आ गए थे, इसलिए भीड़ पर काबू पाना मुश्किल हो गया था, आगे से हम लोग ध्यान रखेंगे, कल एक नए प्लान के साथ सामने आएगे और अगले सोमवार की पूरी योजना बनाएंगे और कोरोना गाइडलाइन को फॉलो करते हुए लोगों को दर्शन कराने की कोशिश करेंगे.
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