महाराष्ट्र में स्टेट बोर्ड की 10वीं कक्षा का रिजल्ट (Maharashtra Board Result) 16 जुलाई दोपहर 1 बजे घोषित कर दिया गया. लेकिन वेबसाइट क्रैश होने की वजह से देर रात तक छात्र अपना रिजल्ट नहीं देख पा रहे थे. आखिरकार अगले दिन वेबसाइट पहले की तरह खुलने लगी. जिसके बाद अब लगभग 15 लाख छात्रों के रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जारी हो गए हैं.
रिजल्ट जारी होते ही वेबसाइट क्रैश
दरअसल, शिक्षा मंत्री वर्ष गायकवाड़ ने 15 जुलाई को महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड ऑफ सेकंडरी एंड हायर सेकंडरी एक्युकेशन (MSBSHSE) के रिजल्ट शुक्रवार 16 जुलाई को जारी करने की घोषणा की थी. जिसके लिए शिक्षा विभाग ने अधिकारिक वेबसाइट mahresult.nic.in और mahahsscboard.in जारी किया था. लेकिन 1 बजे रिजल्ट जारी होते ही वेबसाइट का सर्वर क्रैश हो गया. जिसके बाद लाखों छात्रों की चिंता बढ़ गई और वे घंटो तक रिजल्ट देखने की कोशिश करते रहे.
इस असुविधा के बाद कई छात्र और अभिभावकों ने सीएम उद्धव ठाकरे से लेकर शिक्षा विभाग को टैग करते हुए ट्विटर पर शिकायत की.
इंडिया वाइड पेरेंट्स असोसिएशन की प्रेसिडेंट अनुभा सहाय ने बताया कि देर रात 3 से 4 बजे तक छात्र वेबसाइट पर रिजल्ट देखने की कोशिश से परेशान हो गए. पेरेंट्स में भी काफी पैनिक था. कई लोगों के फोन आ रहे थे. शिक्षा वीभाग ने अधूरी तैयारियो के साथ रिजल्ट जारी करने की जल्दबाजी की ऐसा आरोप सहाय ने लगाया है.
राज्य के शिक्षा मंत्री ने मांगी माफी
लेकिन पूरे दिन के संघर्ष के बाद शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने इस तकनीकी समस्या के लिए माफी मांगी. वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि इस पूरी घटना के जांच के आदेश दिए हैं. जो भी इस इस समस्या के लिए जिम्मेदार है उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और फिर इस तरह की दिक्कत ना आए इसका ध्यान रखा जाएगा. शिक्षा विभाग के सूत्रों की मानें तो इस घटना के पीछे साइबर अटैक की संभावनाओं को भी टाला नही जा सकता. लेकिन ये देखना जरूरी होगा कि क्या महाराष्ट्र सरकार साइबर सेल द्वारा इस घटना की जांच करवाएगी.
शिक्षा मंत्री ने बताया है कि इस मामले की जांच के लिए एक 5 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है. जो अगले 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
MSBSHSE के अध्यक्ष दिनकर पाटिल ने सफाई दी है कि एक ही समय पर लगभग 15 लाख छात्र लॉग-इन करने की वजह से वेबसाइट के सर्वर पर लोड आ गया जिस वजह से सर्वर क्रैश हो गया. लेकिन हमने इसके लिए पूरी तैयारी की थी. बावजूद उसके ऐसा क्यों हुआ इसकी जांच की जाएगी. हालांकि किसी भी तरह के साइबर अटैक या हैकिंग के बारे में बोलने इस समय बहुत जल्दबाजी होगी.
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते 10वीं कक्षा के परिणाम बिना परीक्षा लिए घोषित करने का फैसला हुआ था. SSC बोर्ड 2021 का रिजल्ट कक्षा 9 में छात्र द्वारा प्राप्त अंकों और कक्षा 10वीं के इंटर्नल असेसमेंट मार्क्स के आधार पर तय किया गया है. लेकिन जो छात्र इस रिजल्ट से संतुष्ट नही उसे बाद में परीक्षा देने का मौका भी दिया जाएगा.
महाराष्ट्र में साल 2020-21 के SSC परीक्षा के लिए कुल 16 लाख 58 हजार 624 छात्र रजिस्टर्ड हुए थे. जिनमे 9,09,931 छात्र और 7,48,693 छात्राएं थी. रिजल्ट के बाद 99.95 % यानी 15,74,994 छात्र पास हुए है जिनमें 957 छात्रों ने 100% स्कोर किया है. इस साल 99.96% छात्राएं तो वही 99.94% छात्र पास हुए हैं. साथ 9 डिवीजनों में से कोकण डिवीजन में शत प्रतिशत परिणाम दर्ज हुए हैं.
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