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महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला,आरे के पास 600 एकड़ जमीन वन क्षेत्र

पिछले साल आरे के जंगल की कटाई के खिलाप फिल्मी सितारे से लेकर नेता और आम लोग सड़कों पर आए थे.

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राज्य
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आरे के जंगलों पर महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई शहर के बीच आरे जंगल को बचाने के लिए करीब 600 एकड़ जमीन को वन क्षेत्र के रूप में आरक्षित करने का फैसला किया है.

महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्विट कर कहा कि सीएम उद्धव ठाकरे और आरे वन और पर्यावरण विभाग के साथ एक बैठक हुई, जिसमें IFA की धारा 4 को SGNP के पास आरे की लगभग 600 एकड़ वन के रूप में आरक्षित करने का फैसला लिया गया.

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आदित्य ठाकरे ने कहा कि सुझाव और आपत्तियों की सुनवाई के बाद इसे आरक्षित वन घोषित कर दिया जाएगा.

आरे में अतिरिक्त खुली और वन भूमि के लिए दूसरे चरण के सर्वेक्षण काम पहले चरण के काम के बाद होगा, पहला चरण जल्द ही शुरू होगा. इससे राज्य को एसजीएनपी और आरे में मौजूद वनस्पतियों और जीवों की रक्षा करने में मदद मिलेगी.

अभी एक दिन पहले ही सीएम उद्धव ठाकरे ने सरकारी विभागों को आरे में बनने वाले लाइन 3 मेट्रो कार शेड की जगह के लिए पहाड़ी-गोरेगांव या कांजुरमार्ग में किसी विकल्प की तलाश करने को कहा था. और अब आरे के पास 600 एकड़ जमीन को वन के रूप में आरक्षित करने का फैसला किया गया है.

आरे की कटाई को लेकर हुआ था विरोध

बता दें कि पिछले साल आरे के जंगल की कटाई के खिलाफ फिल्मी सितारे से लेकर नेता और आम लोग सड़कों पर आए थे. BMC की ट्री अथॉरिटी ने 29 अगस्त, 2019 को मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो 3 प्रोजेक्ट के लिए कार शेड बनाने की योजना को मंजूरी दी थी. इस शेड के लिए करीब 2600 पेड़ काटे जाने थे. तभी से इस प्रोजेक्ट का विरोध शरू हुआ था. आम लोगों से लेकर बॉलीवुड सितारे तक इस योजना का विरोध कर रहे हैं थे.

लेकिन अक्टूबर में बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरे कॉलोनी को ‘जंगल’ घोषित करने की सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था. लेकिन सरकार बनने के बाद उद्धव ठाकरे ने आरे की कटाई पर रोक लगा दी थी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आरे कॉलोनी में मेट्रो कार शेड प्रोजेक्ट के निर्माण पर रोक लगाने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था,

मैं एक भी पेड़ काटने की इजाजत नहीं दूंगा. यहां तक ​​कि किसी भी पेड़ का एक पत्ता भी अगले निर्णय तक नहीं काटा जाएगा.

हालांकि ये मामला जून, 2014 से ही शुरू हुआ था. जब वर्सोवा से घाटकोपर तक मुंबई मेट्रो प्रोजेक्ट का पहला फेज जनता के लिए खुला था. उसके एक्टेंशन के लिए पार्किंग शेड की जरूरत थी. मेट्रो परियोजना से जुड़ी कंपनी मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लमिटेड (MMRCL) ने फिल्म सिटी गोरेगांव वाले इलाके की आरे कॉलोनी को इसके लिए चुना.

शेड बनाने के लिए खुला मैदान चाहिए था, जिसका मतलब था आरे के बरसों पुराने पेड़ों की कटाई. विरोध को देखते हुए राज्य सरकार ने मेट्रो कंपनी से कोई और लोकेशन देखने को भी कहा लेकिन उस इलाके में और कोई खाली जगह नहीं थी.फिलहाल मेट्रो लाइन का काम जारी है लेकिन मेट्रो कार शेड प्रोजेक्ट का काम रुका हुआ है.

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