महाराष्ट्र में विपक्ष अब सावरकर के बाद किसानों के मुद्दे पर ठाकरे सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. इस वजह से महाराष्ट्र विधानसभा में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ. इस बीच विपक्षी बीजेपी और सत्तारूढ़ शिवसेना के विधायकों के बीच आरोप प्रत्यारोपों के साथ साथ धक्का-मुक्की भी हुई, जिसकी वजह से विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया.
हंगामे के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘महाराष्ट्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित और बेमौसम बारिश से नुकसान हुए लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार से 15,500 करोड़ रुपये की मांग की है.’ ठाकरे ने सदन में हंगामा कर रहे नेताओं से आग्रह किया कि यहां चिल्लाने से अच्छा है केंद्र में अपनी ही सरकार से मांग करें.
बीजेपी विधायक मंगलवार सुबह 'सामना' अखबार का कटआउट लेकर विधानभवन पहुंचे और सीएम उद्धव ठाकरे को उनका किसानों को किया वादा याद दिलाया. 'सामना' की इस रिपोर्ट में बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों के लिए प्रति हेक्टेयर 25,000 रुपये की मांग की गई थी.
सदन शुरू होते ही नारेबाजी करने लगा विपक्ष
सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही, बीजेपी सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे. उन्होंने शिवसेना की पूर्व मांग को लागू करने को कहा. विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने बीजेपी सदस्यों से अपनी-अपनी सीट पर लौटने को कहा और सदन को कार्यवाही आगे बढ़ाई.
हालांकि शिवसेना के कुछ विधायक भी वहां पहुंच गए और बीजेपी सदस्यों से फ्लेक्स बोर्ड छीनने लगे जिसके बाद सदन में हंगामा होने लगा. बीजेपी सदस्यों के सीट पर लौटने से इनकार करने के बाद, अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)