"कोरोना के संक्रमण को रोकने में महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पूरी तरह विफल रही है." ये गंभीर आरोप लगाया है महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने, पाटिल ने वीडियो जारी कर कहा है कि, सरकार की इस विफलता के लिए वो 22 मई को सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे. राज्य के सभी लोगों से इस आंदोलन के शामिल होने की अपील की गई है. उधर कांग्रेस ने बीजेपी के आंदोलन की घोषणा पर पलटवार किया है इसे बीजेपी बचाओ आंदोलन बताया है.
चंद्रकांत पाटिल का कहना है कि महाराष्ट्र और केरल दोनों राज्यों का कोरोना का पहला मरीज 9 मार्च को मिला था, लेकिन आज केरल में संक्रमित मरीजों की संख्या 1000 के करीब है और 12 लोगों की मौत हुई है. लेकिन 70 दिनों के बाद महाराष्ट्र की हालात क्या है यहां संक्रमितों की संख्या 40 हजार के करीब है जबकि 1200 से ज्यादा लोग अब तक जान गवां चुके हैं. उन्होंने आगे कहा,
“महाराष्ट्र बचाओ नारे के तहत ये आंदोलन किया जाएगा. घरों की छतों पर ,अपने आंगन में दो गज की दूरी बनाते हुए काले कपड़े पहन कर या काली पट्टी लगाकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएं.”
पाटिल ने कहा कि संकट के इस दौर में कोई राजनीति न हो इसलिए बीजेपी ने अब तक कुछ नहीं कहा, लेकिन सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है. समय-समय पर केंद्र से पैकेज की मांग करने वाली उद्धव ठाकरे सरकार ने राज्य के लोगों के लिए क्यूं किसी पैकेज का ऐलान नहीं किया. कई राज्य सरकारों ने अपने राज्य की जनता के लिए राहत पैकेज का ऐलान किया है. लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने केवल केंद्र की तरफ उंगली दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया है.
बीजेपी के आंदोलन पर कांग्रेस का पलटवार
उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ आंदोलन करने का ऐलान करने वाली बीजेपी को घेरने के लिए कांग्रेस ने मोर्चा संभाला. कांग्रेस अध्यक्ष बाला साहब थोराट ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि,
“कोरोना के संकट के दौर में महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ता पूरे दम से काम कर रहे हैं. बीजेपी कहीं दूर-दूर तक नहीं दिख रही है. अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए बीजेपी को आंदोलन का सहारा लेना पड़ रहा है. बीजेपी का ये आंदोलन बीजेपी बचाओ आंदोलन है.”बाला साहब थोराट
महाराष्ट्र में कोरोना की हकीकत क्या है?
कोरोना संक्रमितों के मामले में महाराष्ट्र देश का सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है. 37 हजार कोरोना के मामले अब तक दर्ज हो चुके हैं हालत इतनी खराब है कि कई सरकारी अस्पतालों में हाउसफुल के बोर्ड लगे हुए हैं. पिछले कुछ दिनों में रोजाना एक हजार से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस आ रहे हैं. केंद्र सरकार की टीम भी अंदाजा लगा चुकी है कि महाराष्ट्र में मई के आखिर तक कोरोना संक्रमितो की संख्या 50 हजार तक पहुंच सकती है, ऐसे में सवाल ये है कि क्या महाराष्ट्र सरकार ने जो लॉकडाउन लगाया उसका पालन नहीं किया गया, अगर ये कारण नहीं तो क्यों इतनी तेजी से मामले बढ़ते चले गए.
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