ADVERTISEMENTREMOVE AD

महाराष्ट्र गठबंधन में मतभेद, उद्धव ने कहा-NRC का विरोध, CAA के साथ

उद्धव ठाकरे ने CAA कानून का समर्थन करते हुए कहा कि ये कानून किसी की नागरिकता नहीं छीनता है.

Updated
राज्य
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) लागू नहीं होगा. शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए इंटरव्यू में उद्धव ने नागरिकता कानून पर भी अपनी बात रखी. उद्धव ठाकरे ने CAA कानून का समर्थन करते हुए कहा कि ये कानून किसी की नागरिकता नहीं छीनता है.

शिवसेना, महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार चला रही है. उद्धव के इस बयान के बाद साफ हो गया है कि CAA यानी नागरिकता कानून पर महागठबंधन में मतभेद है क्योंकि एनसीपी और कांग्रेस पहले ही साफ कर चुकी हैं कि CAA का वो समर्थन नहीं करती हैं और महाराष्ट्र में इसे लागू नहीं होने दिया जाएगा.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

'सामना' को दिए गए उद्धव के इंटरव्यू का टीजर फिलहाल सामने आया है, जिसमे उद्धव ठाकरे NRC पर अपनी बात रखते हुए दिख रहे हैं. उद्धव ने कहा है कि नागरिकता साबित करना हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, "जो दस्तावेज मांगे जाएंगे, कई लोगों के लिए इसे देना मुश्किल होगा, इसलिए महाराष्ट्र में हम NRC लागू नहीं होने देंगे." लेकिन CAA पर उनके पूरे रुख को जानने के लिए 5 फरवरी का इंतजार करना होगा, जब उद्धव ठाकरे के इंटरव्यू का पूरा वीडियो सामने आएगा.

रंग बदलते हैं उद्धव: आशीष शेलार

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर महाराष्ट्र में सत्ताधारी और विपक्ष के नेता एक दूसरे पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. सीएम उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए बीजेपी नेता आशीष शेलार की जुबान फिसलती दिखी. दरअसल, NRC को लेकर उद्धव ठाकरे का बयान सामने आने के बाद जवाब में आशीष शेलार ने कहा कि शिवसेना फिलहाल इतने रंग बदल रही है कि रंग बदलने वाला गिरगिट भी आत्महत्या कर लेगा.

CAA, ये कानून केंद्र सरकार का है, महाराष्ट्र में ये कानून लागू नहीं होने देंगे, ये राज्य तेरे बाप का है क्या?
आशीष शेलार, बीजेपी नेता
0

लोकसभा में भी CAA बिल का समर्थन कर चुकी है शिवसेना

लोकसभा में जब गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन बिल सदन के सामने रखा था और बहस के बाद जब इस पर वोटिंग हुई तो शिवसेना के सांसदों ने इस बिल के समर्थन में वोट किया था. हालांकि राज्यसभा में वोटिंग से पहले शिवसेना ने वॉकआउट किया था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×