गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं करने वाले मुंबई के ठाणे में तीन अस्पतालों पर FIR दर्ज कर ली गई है. ठाणे जिले के मुम्ब्रा इलाके में रहने वाली 26 साल की आसमां मेहंदी अपने पति के साथ ऑटो में बैठकर अस्पताल में भर्ती होने गई थी, लेकिन उसे कहां पता था कि, जिन अस्पतालों में मरीजों की जान बचाई जाती है उन्हीं की लापरवाही उनकी जान ले लेगी.
दरअसल आसमां को अचानक लेबर पेन होने लगा, जिसके बाद घर वाले उन्हें पास के बिलाल हॉस्पिटल लेकर गए, मगर अस्पताल प्रशासन ने गर्भवती महिला को भर्ती करने से मना कर दिया. उसके बाद वो क्रिटीकेयर हॉस्पिटल और यूनिवर्सल हॉस्पिटल भी गए, लेकिन वहां भी महिला को भर्ती नहीं किया गया.
3 घंटो तक अस्पतालों के चक्कर लगाने के बाद वो आखिरकार केसरकर हॉस्पिटल पहुंचे, जहां वो महिला को भर्ती करने पर राजी तो हुए, लेकिन शायद तब तक देर हो चुकी थी, क्योंकि ऑटो में ही गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया था.
हर अस्पताल अलग-अलग कारण बता रहे थे, किसी का कहना था कि बेड नहीं है, तो कोई ठीक तरीके से बात करना नहीं चाहता था.अकबर, आसमां के पति
अकबर ने इस मामले में पुलिस ने शिकायत भी दर्ज कराई, जिसके बाद ठाणे महापालिका आयुक्त विजय सिंघल ने घटना की गंभीरता और अस्तपाल की लापरवाही को देखते हुए अस्पताल के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिया.
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