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महाराष्ट्र: वक्फ बोर्ड जमीन केस में ED की छापेमारी पर मलिक- 'कार्रवाई का स्वागत'

इस मामले में पुणे पुलिस ने पहले ही दो पुलिस अधिकरियों को गिरफ्तार किया है.

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महाराष्ट्र (Maharashtra) वक्फ बोर्ड लैंड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़ी कार्रवाई की है. ED ने 11 नवंबर को पुणे सहित महाराष्ट्र के 7 ठिकानों पर छापे मारे हैं. मामला वक्फ बोर्ड से संबंधित जमीन की अवैध बिक्री से जुड़ा है. गौरतलब है कि वक्फ बोर्ड महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के मंत्रालय के अंतर्गत ही आता है.

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ED की ये कार्रवाई ऐसे समय में हुई, जब NCP नेता और कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) क्रूज ड्रग्स केस को लेकर NCB और जांच अधिकारी समीर वानखेड़े पर कई दिनों से लगातार निशाना साध रहे हैं. अभी हाल ही में इसी क्रम में मलिक ने पूर्व मुख्यमंत्री और BJP नेता देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ कई बड़े और गंभीर आरोप लगाए थे.

11 नवंबर को सुबह ED की छापेमारी शुरू हुई. बता दें कि इस मामले में पुणे पुलिस ने पहले ही दो पुलिस अधिकरियों को गिरफ्तार करने की करवाई की है.

क्या है पूरा मामला?

पुणे में वक्फ बोर्ड के नाम पर जमीन थी, जो बाद में MIDC में एक्वीजिशन की, जिसका मुआवजा लेने के लिए पांच लोगों ने मिलकर एक ट्रस्ट बनाया. ट्रस्ट में अपने अकाउंट नंबर के जरिये सरकारी पैसा अपने अकाउंट में लिया. उन्हें करीब साढ़े सात करोड़ रुपया सरकारी मुआवजा मिला

कुछ दिन बाद वक्फ बोर्ड को इसके बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद वक्फ बोर्ड ने पुलिस में मामला दर्ज कराया. जांच में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है और कोर्ट से तीन लोग जमानत पर बाहर आ गए हैं, तो दो जेल में सजा काट रहे है.

'ED का स्वागत करूंगा'

महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने राज्य वक्फ बोर्ड में चल रहे विवाद को साफ करने में मदद करने के लिए ED को सार्वजनिक रूप से 'आमंत्रित' किया. वक्फ बोर्ड पर मुस्लिम समुदायों की संपत्ति की देखभाल करने की जिम्मेदारी है.

उन्होंने कहा, "हम इस ट्रस्ट पर ईडी की कार्रवाई का स्वागत करते हैं, और हम अनुशंसा करते हैं कि यह अन्य ट्रस्टों के खिलाफ भी कार्रवाई करें. हम जांच के लिए 30,000 वक्फ बोर्ड की संपत्तियां सौंपेंगे. ईडी को इस बड़े पैमाने पर सफाई अभियान में हमारी मदद करनी चाहिए."

"अपने इतिहास में पहली बार वक्फ बोर्ड को दो साल के कार्यकाल और 10 सदस्यों के साथ एक पूर्णकालिक सीईओ मिला है. सभी दस्तावेजों को स्कैन किया जा रहा है और हम काम में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए जल्द ही एक पोर्टल पर पूर्ण विवरण अपलोड करेंगे."
नवाब मलिक

मलिक के मुताबिक, अगस्त महीने में इसी केस में पुणे की बंद गार्डन पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया था. जांच में सामने आया था कि इन्होंने ट्रस्ट का पदाधिकारी होते हुए 7.76 करोड़ों रुपये का गबन किया था. इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का एंगल सामने आने के बाद अब ED की टीम पुणे में छापेमारी कर रही है. कहा जा रहा है कि ED की टीम ने औरंगाबाद में भी सर्च किया.

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