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महाराष्ट्र पंचायत चुनाव: नतीजों के बाद जीत के दावों की मची होड़

बीजेपी और महाविकास अघाड़ी की पार्टियां कर रहीं अपनी जीत का दावा

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महाराष्ट्र ग्राम पंचायत चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं. क्योंकि ये चुनाव किसी भी पार्टी के चुनावी चिन्ह पर नहीं लड़े जाते हैं और चुनाव आयोग पार्टी वाइज रिजल्ट घोषित नहीं करता है. इसीलिए अब हर पार्टी खुद को बड़ा बताने की कोशिश में जुटी है. फिर चाहे बीजेपी हो या फिर महाविकास अघाड़ी में शामिल पार्टियां, सभी के जीत को लेकर अपने अलग-अलग दावे हैं.

हालांकि पंचायत चुनाव में पार्टियों की जीत हार इस बात पर निर्भर करती है कि जीतने वाला या फिर हारने वाला उम्मीदवार किस पार्टी का समर्थक था. जिसके जितने समर्थक चुनाव जीते, वही पंचायत चुनावों का सिकंदर माना जाता है.

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किन पार्टियों के क्या हैं दावे?

अब जैसा कि हमने आपको बताया कि तमाम पार्टियां सीटों को लेकर अलग-अलग दावे करने में लगी हैं, तो आपको बतातें हैं कि बड़े दल अपने कितने समर्थकों की जीत का दावा कर रहे हैं.

  • महाराष्ट्र में विपक्षी पार्टी बीजेपी दावा कर रही है उसने 3131 सीटों पर कब्जा किया है.
  • कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाला साहेब थोराट ने दावा किया है कि पार्टी समर्थकों को करीब 4 हजार सीटों पर जीत मिली है.
  • शरद पवार की एनसीपी का दावा भी करीब 3276 सीटों पर जीत का है.
  • एमएनएस के 36 और स्थानीय पैनलों की करीब 2337 सीटों पर जीत का अनुमान है.

भले ही इन तमाम पार्टियों ने अपनी सीटों को लेकर दावे किए हों, लेकिन शिवसेना ने अब तक कोई भी आंकड़ा नहीं दिया है. पार्टी लगातार आंकड़े जारी करने से बच रही है. लेकिन कहा जा रहा है इस बार शिवसेना ग्रामीण इलाकों में पैर पसारने में कामयाब रही है.

बता दें कि चुनाव आयोग ने कुल 14 हजार 234 ग्राम पंचायत के लिए नतीजे घोषित किए थे, जिसमें 1523 जगह के चुनाव निर्विरोध हुए और 26 हजार 718 उम्मीदवार निर्विरोध जीते. 1 लाख 25 हजार 709 सीटों के लिए चुनाव हुए जिसके लिए कुल 2 लाख 14 हजार 880 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे.

बड़े नेताओं के चुनावी क्षेत्र के नतीजों पर एक नजर

पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण के चुनावी क्षेत्र सतारा के कराड में बीजेपी के पैनल ने जीत दर्ज की है. महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पुसद तहसील का गांव गहुली, जहां से 2 मुख्यमंत्री राज्य की सत्ता में आए - वसंतराव नाइक और सुधाकर नाइक - जहां पहले निर्विरोध चुनाव होता रहा है, यहां बीजेपी के समर्थन वाले 7 में से 7 उम्मीदवार जीते हैं.

  • एनसीपी नेता और मंत्री धनंजय मुंडे ने बीड जिले के परली विधानसभा क्षेत्र की 7 में से 6 ग्रामपंचायत पर एनसीपी समर्थकों को जीत दिलाई है, जबकि 1 ग्राम पंचायत बीजेपी ने जीती है.
  • बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के कोल्हापुर जिले में खानापुर गांव है, जहां बीजेपी को सिर्फ 3 सीट हासिल हुईं. बीजेपी के लिए ये झटका माना जा रहा है.
  • बारामती जो शरद पवार, सुप्रिया सुले और अजित पवार का राजनीतिक क्षेत्र भी है, यहां इस तहसील की ग्राम पंचायत में सभी सीट एनसीपी समर्थकों ने हासिल की हैं.
  • अहमदनगर जिले के रालेगण सिद्धि में सामाजसेवी अन्ना हजारे के विचारों से जुड़े रालेगण सिद्धि ग्रामविकास पैनल ने जीत दर्ज की.
  • केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे के जालना जिले की भोकरदन तहसील में महाविकास आघाड़ी के पैनल जीते हैं, दानवे के लिए यह तगड़ा झटका माना जा रहा है.
  • सिंधुदुर्ग जिले में नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे के नेतृत्व में सबसे ज्यादा ग्राम पंचायत पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है.

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