कोरोना वायरस से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन के बीच DHFL ग्रुप के वधावन परिवार के महाबलेश्वर पहुंचने के मामले पर महाराष्ट्र सरकार ने कार्रवाई की है. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया, ''महाराष्ट्र के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (स्पेशल) अमिताभ गुप्ता (जिन्होंने कथित तौर पर वधावन परिवार को परमिशन लेटर दिया था) को जांच लंबित होने तक, तत्काल प्रभाव से कम्पल्सरी लीव पर भेजा गया है.''
इस मामले पर सतारा पुलिस ने बताया है, ''लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन करने पर महाबलेश्वर पुलिस स्टेशन में DHFL समूह के कपिल वधावन और 22 अन्य (उनके परिवार के सदस्यों और नौकरों) के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.''
यस बैंक घोटाले से सुर्खियों में आए वधावन परिवार के कई लोग लॉकडाउन के बीच मुंबई से महाबलेश्वर गए थे. बताया गया कि इसके लिए उन्हें स्पेशल परमिशन दी गई थी.
मगर जब ये लोग महाबलेश्वर पहुंचे तो वहां स्थानीय लोगों ने विरोध किया. इसके बाद इन्हें स्थानीय पुलिस ने इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन में रख दिया था.
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने इस मामले पर कहा, ''वधावन ब्रदर्स जो DHFL/यस बैंक फ्रॉड केस में जमानत पर हैं, उन्हें महाराष्ट्र सरकार द्वारा मुंबई से महाबलेश्वर जाने के लिए वीवीआई ट्रीटमेंट/पास दिए गए.''
सोमैया के मुताबिक, वधावन परिवार के सदस्यों को लॉकडाउन के दौरान कार पास होम डिपार्टमेंट ने उपलब्ध कराया, जो अनिल देशमुख के अंतर्गत आता है. सोमैया ने ऐसे में देशमुख के इस्तीफे की मांग की है.
इस बीच न्यूज एजेंसी एनएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि 'केंद्रीय एजेंसियों- केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने DHFL समूह के वधावन परिवार और यस बैंक मामले में उन पर चल रहे केसों को लेकर महाराष्ट्र पुलिस (सतारा) से संपर्क किया है.'
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