वीडियो प्रोड्यूसर/एडिटर: कनिष्क दांगी
मुंबई से सटे पालघर जिले में कोरोना वैक्सीन की किल्लत ने लोगों को बेहाल कर दिया है. दूसरा डोज लगवाने के लिए लोग रात में ही वैक्सीन सेंटर के बाहर लंबी कतारों में खड़े हो जाते हैं. लेकिन फिर भी लोगों को वैक्सीन नसीब नहीं हो रही. जबकि स्थानी पार्षदों का आरोप है कि पालघर शहर के तालुका मेडिकल ऑफिसर अवैध तरीके से अपने कार्यालय में कुछ खास लोगों को वैक्सीन लगवा रहे हैं.
वैक्सीन लगाने के लिए आगे आए लोग, लेकिन मिल रही मायूसी
बीते सोमवार पालघर नगर परिषद के सदस्यों ने सीधे तालुका मेडिकल ऑफिसर के कार्यालय पर छापा मारा. उन्हें शिकायत मिली थी यहां वैक्सीन का घोटाला चल रहा है. वैक्सीन के लिए सैकड़ों लोग रात-रात भर सड़क पर कतार लगा रहे हैं. लेकिन एक दिन में सिर्फ 150 से 200 वैक्सीन के डोज मिल रहे हैं. पालघर नगर परिषद क्षेत्र में कुल 8 सेंटर्स चलाने की अनुमति है. लेकिन वैक्सीन की किल्लत की वजह से फिलहाल सिर्फ एक ही सेंटर काम कर रहा है.
बता दें कि पालघर एक आदिवासी जिला है. यहां शुरुआती दिनों में वैक्सीन को लेकर लोगों में काफी झिझक थी. लेकिन लोगों मे जागरुकता बढ़ने पर वैक्सीनेशन में तेजी देखने को मिल रही थी. हालांकि सरकारी आंकड़ो के मुताबिक वैक्सीन की कमी की वजह से पालघर नगर परिषद क्षेत्र की कुल जनसंख्या का सिर्फ 16 फीसदी वैक्सीनेशन अब तक पूरा हो पाया है.
दरअसल, जिला स्वास्थ्य विभाग से पहले बताया जा रहा था कि मेडिकल ऑफिसर कार्यालय में स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन दिया जा रहा था. लेकिन पार्षदों की छापेमारी ने वैक्सीन में हो रहे घपले की पोल खोल दी. डिस्ट्रिक्ट हेल्थ ऑफिसर डॉ. दयानंद सूर्यवंशी ने साफ किया कि, "तालुका मेडिकल ऑफिसर को छुट्टी पर भेज दिया गया है. प्राथमिक जांच के आदेश दिए गए हैं. रिपोर्ट प्राप्त होने पर उचित कार्रवाई की जाएगी."
रजिस्टर में शामिल मिले कई अवैध नाम
पालघर परिषद के बीजेपी नेता भावानंद संखे का कहना है कि, "प्रधानमंत्री देश मे मुफ्त वैक्सीन बांटने की बात कर रहे हैं और पालघर जैसे आदिवासी जिले में वैक्सीनेशन का बाजार शुरू है. लोग दूसरे डोज के लिए तरस रहे हैं. रातभर सेंटर के बाहर लंबी कतारें लग रही हैं. लेकिन हमें जानकारी मिली कि मेडिकल ऑफिसर कुछ खास लोगों को अवैध तरीके से वैक्सीन लगवा रहे हैं. हमने छापा मारा तो रजिस्टर में 46 लोगों के नाम मिले जिसमे कुछ पूर्व बैंक मैनेजर और निजी कंपनियों के लोगों के नाम शामिल थे. अगर शहरी इलाके में इस तरह का घोटाला शुरू है तो ग्रामीण इलाकों में क्या हाल होंगे. इसलिए हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं".
पालघर जिले की आबादी लगभग 29 लाख है. अब तक जिले में पहला डोज 5,39,472 और दूसरा डोज 1,88,259 लोगों को लग चुका है. कुल मिलाकर अब तक 7,27,731 लोगों को दोनों डोज लगे हैं.
बता दें कि महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है. अब तक महाराष्ट्र ने साढ़े चार करोड़ वैक्सीन डोज का आंकड़ा पार कर लिया है. सीएम उद्धव ठाकरे केंद्र से लगातार वैक्सीन सप्लाई की क्षमता बढाने की मांग कर रहे हैं. आए दिन मुंबई समेत कई जिलों में वैक्सीन की किल्लत की वजह से वैक्सीनेशन ड्राइव बंद करने की नौबत आती है. ऐसे में पालघर जैसे पिछड़े इलाकों में वैक्सीन को लेकर हो रही धांधली बड़ा चिंता का विषय है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)