कई महीनों के बंद के बाद महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों को फिर खोल दिया गया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिवाली के मौके पर राज्य के लोगों के लिए ये ऐलान किया. घोषणा करते हुए सीएम ने लोगों ने लोगों से नियमों का पालन करने की अपील की.
मार्च में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगाए गए लॉकडाउन के बाद राज्य में सभी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च और बाकी धार्मिक स्थल बंद कर दिए गए थे. अब इन धार्मिक स्थलों को फिर से खोला जा रहा है.
धार्मिक स्थलों को खोले जाने को लेकर राज्य सरकार ने SOP जारी कर दिए हैं, जो कि कुछ इस प्रकार हैं:
- जो धार्मिक स्थल कंटेनमेंट जोन के बाहर हैं, केवल उन्हीं को खोले जाने की अनुमति होगी.
- धार्मिक स्थलों का समय स्थानीय प्रशासन तय करेंगे.
- बिना लक्षण वाले लोगों को ही मंदिर के अंदर जाने की इजाजत होगी.
- कम्युनिटी किचन या लंगरों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा.
- हाथ से प्रसाद देना या जल के छिड़काव जैसी चीजों पर पाबंदी रहेगी.
- परिसर के अंदर मास्क पहनना अनिवार्य है. सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा.
- थर्मल स्कैनिंग और हैंड सैनेटाइजर्स देने की जिम्मेदारी मैनेजमेंट पर होगी.
- परिसर में धार्मिक किताबें या दूसरी चीजों को छूने की मनाही है.
- धार्मिक स्थलों पर बड़े आयोजनों पर अभी भी पाबंदी है.
- जूते-चप्पलों को परिसर के बाहर ही उतारना होगा.
- केवल रिकॉर्ड किया हुआ भजन या संगीत चलाया जाएगा. गाना गाने वाले समूहों को इजाजत नहीं होगी.
- धार्मिक स्थलों के फर्श को दिन में कई बार साफ करना होगा. परिसर को समय-समय पर सैनेटाइज करना होगा.
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन अपने मुताबिक इन नियमों में बदलाव कर सकता है.
धार्मिक स्थलों को खोलने की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,
“जिस तरह का अनुशासन होली, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि और पांढारपुर वारी में दिखाया गया, दूसरे धर्म के लोगों ने ईद, माउंट मैरी जैसे त्योहार भी COVID-19 प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए मनाए. भीड़ से हर सूरत में बचना होगा. धार्मिक स्थलों को खोलना सरकार का आदेश नहीं है, बल्कि ऊपर वाले की ख्वाहिश है. जूते-चप्पलों को बाहर खोलना होगा और मास्क पहनना अनिवार्य होगा.”
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ही है. यहां 16 लाख से ज्यादा मामले अब तक रिपोर्ट किए जा चुके हैं, वहीं, 45 हजार से ज्यादा लोगो की मौत भी हो गई है.
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