महाराष्ट्र के ठाणे जिले की रहने वाली एक महिला वोटर ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर कर शिवसेना और बीजेपी को चुनाव पूर्व गठबंधन पर कायम रहने और जनादेश के तहत महाराष्ट्र में सरकार बनाने का निर्देश देने का अनुरोध किया है.
यह याचिका 46 वर्षीय प्रिया चौहान ने दाखिल की है. उन्होंने कोर्ट से केंद्र और राज्य को यह निर्देश देने का अनुरोध किया है कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के चुनाव बाद बने गठबंधन और बीजेपी-अजीत पवार के गठजोड़ में से किसी को भी मुख्यमंत्री बनाने से रोका जाए.
वकील नितिन सतपुते के माध्यम से याचिका दायर करने वाली इस महिला ने सरकार गठित करने मे असफल करने के कारण बीजेपी और शिवसेना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध भी किया है.
सतपुते ने कहा है कि याचिकाकर्ता बीजेपी और शिवसेना के ‘विश्वासघात’ से व्यथित हैं. याचिका में कहा गया है, ‘‘बीजेपी और शिवसेना दोनों ने वोटरों के भरोसे को तोड़ा है. उन्होंने अपने वादों का पालन नहीं किया और चुनाव के बाद अपने सहयोगियों को बदल दिया.’’
याचिका में राज्यपाल द्वारा महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ की इजाजत देने के तरीके पर भी सवाल उठाए गए हैं.
याचिका में कहा गया है, ‘‘राज्यपाल ने पक्षपातपूर्ण तरीके से काम किया और राज्यपाल पद की गरिमा का मजाक बनाया है.’’
इसके अलावा याचिका में कहा गया है, ‘‘राज्यपाल की 22 नवंबर और 23 नवंबर की दरम्यानी रात को जो गतिविधियां रहीं और जिनका समापन शपथ ग्रहण (देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री रूप में) के साथ हुआ वह राज्यपाल द्वारा केंद्र की सत्ता में काबिज राजनीतिक दल के इशारे पर काम करने का एक सटीक उदाहरण है.’’ इसमें कहा गया कि राज्यपाल ने खुद को बीजेपी द्वारा शक्ति के दुरुपयोग का शिकार बनने दिया.
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