ADVERTISEMENTREMOVE AD

मणिपुर: ऑपरेशन चला रही थी सेना, महिलाओं की भीड़ ने घेरा, छोड़ने पड़े 12 उग्रवादी

Manipur Violence: शनिवार, 24 जून को इंफाल पूर्वी जिले के इथम गांव में सेना ऑपरेशन के लिए पहुंची थी.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

मणिपुर (Manipur) पिछले 50 दिनों से हिंसा (Violence) की आग में झुलस रहा है. इस बीच शनिवार, 24 जून को इंफाल पूर्वी जिले में 1200-1500 की भीड़ ने एक ऑपरेशन के दौरान सेना के जवानों को घेर लिया. जिसके बाद सेना को प्रतिबंधित विद्रोही समूह कांगलेई यावोल कन्ना लुप (KYKL) के 12 कैडरों को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. इथम गांव में ऑपरेशन के दौरान, इन्हें पकड़ा गया था. सेना ने इनके कब्जे से हथियारों का जखीरा भी बरामद किया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इंफाल पूर्वी जिले में सेना का ऑपरेशन

भारतीय सेना की स्पीयर कॉर्प्स (Spear Corps Indian Army) ने ट्वीट कर इस पूरे मामले की जानकारी दी है. जिसके मुताबिक, शनिवार, 24 जून को खुफिया जानकारी के आधार सेना की एक टीम इंफाल पूर्व जिले के इथम गांव में कार्रवाई करने पहुंची थी. तलाशी के दौरान सेना ने प्रतिबंधित विद्रोही समूह के 12 कैडरों को हथियारों, गोला-बारूद और युद्ध जैसे सामान के साथ पकड़ा था.

1200-1500 की भीड़ ने सुरक्षाबलों को घेरा

जानकारी के मुताबिक, ऑपरेशन की सूचना मिलते ही महिलाओं और स्थानीय नेताओं के नेतृत्व में लगभग 1200-1500 की भीड़ ने इलाके को घेर लिया और सुरक्षा बलों को आगे बढ़ने से रोक दिया. आक्रामक भीड़ से सुरक्षा बलों को कानून के अनुसार कार्रवाई जारी रखने देने की बार-बार अपील की गई, लेकिन इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकाला.

मौके की नजाकत को देखते हुए सुरक्षाबलों ने महिलाओं के नेतृत्व वाली आक्रोशित भीड़ पर किसी तरह के बल प्रयोग और संभावित मौतों की आशंका के मद्देनजर सभी 12 कैडरों को स्थानीय नेता को सौंपने का फैसला किया.

इसके बाद सुरक्षाबलों ने अपना घेरा हटा लिया और क्षेत्र से निकल गए. हालांकि सेना के जवान जब्त हथियार, गोला-बारूद और युद्ध जैसे भंडार अपने साथ ले आए.

12 कैडरों में से एक की पहचान स्वयंभू लेफ्टिनेंट कर्नल मोइरांगथेम तम्बा उर्फ ​​उत्तम के रूप में की गई थी, जो 2015 में 6 डोगरा रेजिमेंट के काफिले पर घात लगाकर किए गए हमले का "मास्टरमाइंड" था. बता दें कि इस हमले में 18 सैनिक मारे गए थे.

सेना की शांति की अपील

स्पीयर कॉर्प्स की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि "मणिपुर में चल रही अशांति के दौरान किसी भी आकस्मिक क्षति से बचने के लिए ऑपरेशनल कमांडर की ओर से लिया गया फैसला भारतीय सेना के मानवीय चेहरे को प्रदर्शित करता है."

भारतीय सेना ने मणिपुर के लोगों से शांति बहाली के लिए कानून और व्यवस्था बनाए रखने में सुरक्षा बलों की सहायता करने की अपील भी की है.

मणिपुर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक

शनिवार को मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में बीजेपी समेत 18 राजनीतिक दल और पूर्वोत्तर के चार सांसद और उत्तर-पूर्व के दो मुख्यमंत्री शामिल हुए थे. सरकार की ओर से विपक्षी पार्टियों को मौजूदा हालात की जानकारी दी गई. साथ ही बताया गया कि हिंसा पर विराम लगाने के लिए सरकार की ओर से क्या-क्या कदम उठाए जा रहे हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×