उत्तर प्रदेश के मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी में बैचलर ऑफ डेंटल स्टडीज (BDS) की एक छात्रा की खुदकुशी से मौत की खबर सामने आई है. छात्रा की मौत में अब एक नया मोड़ आ गया है. पुलिस ने इस मामले में आरोपी और लड़की के बीच प्रेम प्रसंग की बात का दावा किया है, हालांकि मृतक के पिता ने इस बात से साफ इनकार किया है और पुलिस के इन आरोपों को एक तरह का लांछन बताया है. स्थानीय मीडिया से बातचीत के दौरान मृत छात्रा के पिता ने बताया कि उसकी बेटी पांच वक्त की नमाजी थी और पुलिस इस मामले को गलत मोड़ दे रही है.
मृतका के पिता का कहना है,
मेरी बेटी पांच वक्त की नमाजी थी. वहां, वह एक कोने में बैठकर नमाज पढ़ती थी. हर कोई गवाही देगा कि मेरी बेटी कैसी थी. मेरी बेटी पर लांछन क्यों लगाए जा रहे हैं? मुझे नहीं पता कि प्रशासन क्यों इस तरीके की बात कर रहा है.मृतका के पिता
क्या है मामला?
दरअसल, 19 अक्टूबर को मेरठ के सुभारती यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी की छत से बीडीएस की द्वितीय वर्ष की छात्रा ने छलांग लगा दी थी, जिसके बाद छात्रा को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन शुक्रवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप सिद्धांत नाम के उसके क्लासमेट पर लगा है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
छात्रा के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी का सहपाठी सिद्धांत सिंह पवार परेशान करता था. इसी परेशानी से तंग आकर छात्रा ने मौत को गले लगा लिया.
इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए सिद्धांत सिंह पवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. छात्रा की मौत के बाद आरोपी पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा की भी बढ़ोतरी कर दी गई है.
पुलिस ने अपने बयान में दोनों के बीच प्रेम संबंध होने की बता कही है
मेरठ पुलिस ने अपनी शुरुआती जांच के बाद ट्वीट कर बताया कि मृतक छात्रा और आरोपी के बीच में प्रेम संबंध थे और उनके बीच कुछ दिन से अनबन थी. पुलिस ने लिखा, "मृतका ने एक दूसरे लड़के के साथ मिलकर आरोपी की वफादारी (मृतका के प्रति आरोपी कितना वफादार है) चेक करने के लिए एक नाटक रचा. जब आरोपी को इस बात का बता चला तो वो मृतका पर गुस्सा होकर थप्पड़ मार दिया. मृतका ने इससी से आहत होकर आत्महत्या का प्रयास किया था, जिससे इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई."
मृतका के पिता ने क्या दी थी तहरीर?
इस घटना में पिता की तहरीर पर पुलिस ने छेड़छाड़ और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. छात्रा के पिता ने अपने शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि सिद्धांत सिंह पवार ने बदनीयती से उनकी बेटी को पकड़ लिया और उनकी बेटी ने अपना बचाव किया, जिससे सिद्धांत के मुंह पर नाखून की खरोच आ गई. सिद्धांत ने उनकी बेटी के मुंह पर चांटा मारा और उसको बदनियती से दबोचना चाहा तब उनकी बेटी अपना बचाव करती हुई लाइब्रेरी के छत पर चढ़ गई और अपनी इज्जत बचाते हुए वहां से कूद गई.
घटना के समय प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा लिया गया आत्महत्या के प्रयास का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. पुलिस ने अपने बयान में यह भी कहा कि आरोपी द्वारा छात्रा को थप्पड़ मारने वाली घटना यूनिवर्सिटी के सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त हो गई है और बाकी साक्ष्य भी एकत्रित किए जा रहे हैं.
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