बिहार (Bihar) के मोतिहारी में सदर अस्पताल की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है. शुक्रवार (4 अगस्त) की रात डिलीवरी के लिए सदर अस्पताल आई एक गर्भवती महिला का टॉर्च की रोशनी में महिला चिकित्सकों को ऑपरेशन करना पड़ा. गनीमत रही कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं. सीएस अंजनी कुमार ने मामले में जांच कराने की बात कही है.
बिजली गुल, ना इन्वर्टर न जनरेटर
जानकारी के अनुसार, सदर अस्पताल के प्रसूति वार्ड में एक गर्भवती महिला भर्ती थी. मेडिकल कारणों से महिला का ऑपरेशन करना जरूरी था. उस दौरान सदर अस्पताल की बिजली गायब थी. जेनरेटर भी नहीं चल रहा था. यहां तक कि इनवर्टर भी काम नहीं कर रहा था. गर्भवती महिला की स्थिति बिगड़ती जा रही थी. ऐसे में सदर अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. सुरुची स्मृति ने गर्भवती की स्थिति को देखते हुए तत्काल टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन करने का निर्णय लिया.
गनीमत रही कि इस परिस्थिति में भी महिला चिकित्सक ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के बाद महिला एवं नवजात की स्थिति सामान्य और स्थिर है.
अस्पताल प्रबंधक ने क्या कहा?
इस मामले में अस्पताल प्रबंधक कौशल दुबे ने बताया कि, "कुछ तकनिकी खराबी के वजह से बिजली बाधित हुई थी, पर जल्द ही सुधार कर लिया गया. साथ ही बेहतर बिजली व्यवस्था के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी करा दी गई है ताकि आगे से इस तरह की शिकायत सामने नहीं आए."
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