ADVERTISEMENTREMOVE AD

MP: 'मृत' शख्स कर रहा था जाली करेंसी का कारोबार, YouTube देख छाप डाले लाखों के नकली नोट

Fake Currency Gang Arrested: इंदौर के अन्नपूर्णा थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो शहर में नकली नोट पिछले एक से डेढ़ साल से छापकर मार्केट में खपा रहा था.

Published
राज्य
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

एमपी (Madhya Pradesh) के इंदौर में 'फर्जी' वेबसीरीज जैसी कहानी सामने आई है. सरकारी रिकॉर्ड में मर चुके एक व्यक्ति को पुलिस ने नकली नोट छापने के आरोप में गिरफ्तार किया है. उसके चार अन्य साथियों को भी पुलिस ने दबोचा है. हैरान करने वाली बात है कि ट्रांसफार्मर सुधारने वाला एक बीकॉम पास व्यक्ति का फर्जी नोट छापने का आइडिया था, जिसने यूट्यूब और सोशल मीडिया से नकली नोट छापना सीखा.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

आरोपी ने सबसे पहले फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाकर खुद को मरा साबित किया, उसके बाद साथियों के साथ मिलकर एक फ्लैट में नकली नोट छापने लगा. अब, पुलिस ने इंदौर के एक फ्लैट से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

मुख्य आरोपी राजेश बरबेते सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार मर चुका है. उसके फ्लैट से पुलिस को उसका डेथ सर्टिफिकेट, नए फर्जी नाम (अशोक चौहान) का आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, कई बैंकों में खोले गए अकाउंट की पासबुक, लाखों रुपए के भारतीय नकली नोट और नोट छापने की मशीनें और उससे संबंधित संसाधन बरामद किए हैं.

Fake Currency Gang Arrested: इंदौर के अन्नपूर्णा थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो शहर में नकली नोट पिछले एक से डेढ़ साल से छापकर मार्केट में खपा रहा था.

गिरफ्तार आरोपी

(फोटो: क्विंट हिंदी)

एडिशनल डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा ने बताया...

"इंदौर के अन्नपूर्णा थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो शहर में नकली नोट पिछले एक से डेढ़ साल से छापकर मार्केट में खपा रहा था. इस पूरे मामले में आरोपियों का शिकार बने एक दुकानदार (व्यापारी) ने संदिग्ध व्यक्ति की शिनाख्त कर पुलिस को उसकी जानकारी दी थी. जिसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित कर संदिग्ध को गिरफ्तार किया था, पूछताछ के बाद पुलिस एक फ्लैट में पहुंची. जिसमे नकली भारतीय नोट छापा जा रहा था."

नकली नोट, करेंसी छापने की मशीन बरामद

वहीं, एडिशनल एसपी ने बताया कि फ्लैट से पुलिस को 1 लाख 60 हजार रुपए के नकली नोट, चार प्रिंटर मशीन, नोट छापने में प्रयुक्त कागज (जिससे 50 लाख रुपए तक के नोट छापे जा सकते थे) और नकली नोट को पकड़ने में सहायक मशीन को बरामद किया गया है.

Fake Currency Gang Arrested: इंदौर के अन्नपूर्णा थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो शहर में नकली नोट पिछले एक से डेढ़ साल से छापकर मार्केट में खपा रहा था.

आरोपियों के फ्लैट से बरामद नकली नोट

(फोटो: क्विंट हिंदी)

0

पुलिस पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी ने बताया कि वह पिछले एक से डेढ़ साल से नकली नोट छापने का काम कर रहा था और अभी तक मार्केट में अपने साथियों के माध्यम से 20 से 30 लाख रुपए के नकली नोट चला चुका है. पकड़े जाने से बचने के लिए आरोपी ने अपना स्वयं का डेथ सर्टिफिकेट बनवाया था. उसने नए नाम से कई बैंकों में अकाउंट खोले हैं, जिनके माध्यम से वह ट्रांजैक्शन करता था.

Fake Currency Gang Arrested: इंदौर के अन्नपूर्णा थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो शहर में नकली नोट पिछले एक से डेढ़ साल से छापकर मार्केट में खपा रहा था.

जब्त नोट छापने की मशीन, प्रिंटर और अन्य सामग्री

(फोटो: क्विंट हिंदी)

कौन हैं आरोपी

फिलहाल, पुलिस ने मुख्य आरोपी राजेश बरबेते स्थाई निवासी बैतूल और अस्थाई निवासी इंदौर सिलिकॉन सिटी, गणेश निवासी सुदामा नगर, विकर्म निवासी शिव सिटी, प्रवीण निवासी सिलिकॉन सिटी सहित एक अन्य को गिरफ्तार किया गया है. वहीं एक अन्य आरोपी फरार है. जिसकी तलाश पुलिस कर रही है. आरोपियों से पूछताछ में बड़े खुलासे होने की संभावना है.

इनपुट: अब्दुल वसीम अंसारी

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×