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इंदौर हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत,मंदिर के अध्यक्ष और सचिव के खिलाफ केस दर्ज

Indore Temple Tragedy: कलेक्टर ने बताया कि कुआं बहुत पुराना और गहरा है जिसकी वजह से बचाव कार्य में समय लग रहा है.

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Indore Temple Tragedy: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर (Beleshwar Mahadev Jhulelal Temple) में राम नवमी के दिन हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है, जबकि एक व्यक्ति लापता है. वहीं इस हादसे में 16 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है. इस मामले में मंदिर के अध्यक्ष और सेक्रेट्री के खिलाफ IPC की धारा 304 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है.

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सेना ने संभाला मोर्चा

हादसे के बाद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सेना के साथ ही NDRF और SDRF की टीम मौके पर मौजूद है. एक लापता शख्स की तलाश की जा रही है. इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी ने बताया कि कुआं बहुत पुराना और गहरा है, जिसकी वजह से बचाव कार्य में समय लग रहा है. आर्मी के करीब 75 जवानों सहित NDRF और SDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है.

"बचाव कार्य जारी है. 35 शव बरामद किए गए हैं, एक व्यक्ति लापता है, तलाश जारी है. मलबे के कारण बचाव कार्य में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है."
मकरंद देओस्कर, पुलिस आयुक्त, इंदौर

मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

इस हादसे के बाद कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी ने श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुई दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी को जांच सौंपी गई है.

5 लाख के मुआवजे का ऐलान

इस हादसे के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है. वहीं घायलों को 50-50 हजार की सहायता राशि दी जाएगी.

गुरुवार को सीएम ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि बावड़ी पर अधिक बोझ होने के कारण वह धंस गई. मैंने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जिन्हें हम बचा नहीं पाए उन सब परिवारों के साथ सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है.

कब और कैसे हुआ हादसा? 

दरअसल, गुरुवार को राम नमवी के अवसर पर श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन चल रहा था, जिसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. कुछ लोग कुएं वाले हिस्से पर बैठकर हवन देखने की कोशिश कर रहे, उसी समय कुएं की छत गिर और कई लोग उसमें समा गए. जानकारी के मुताबिक, कुआं 40 फीट गहरा है और इसमें करीब पांच फीट तक पानी भरा है.

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