महाराष्ट्र एंटी करप्शन ब्यूरो चीफ परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस का नया कमिश्नर बनाया गया है. वो संजय बर्वे की जगह लेंगे. बता दें आज बर्वे का ऑफिस में आखिरी दिन है. परमबीर सिंह फिलहाल एंटी करप्शन ब्यूरो में DG के पद पर हैं. 1988 बैच के परमबीर सिंह ATS में डिप्टी आईजी के पद पर रह चुके हैं, उससे पहले वो चंद्रपुर और भंडारा के पुलिस अधीक्षक रहे हैं.
1988 बैच के अधिकारी परमबीर सिंह मुंबई के कई जोन के डीसीपी भी रह चुके हैं. इसके अलावा मुंबई में हाई प्रोफाइल माने जाने वाले वेस्टर्न रीजन के एडिशनल कमिश्नर की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.
ठाणे पुलिस आयुक्त रहते हुए उनके नेतृत्व में अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के छोटे भाई इकबाल कासकर को दबोचा गया था. इस कार्यकाल के दौरान परमबीर सिंह और उनकी टीम ने कई बड़े अपराधियों को दबोचा था.
ठाणे जिले से चलने वाले फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का खुलासा भी परमबीर सिंह के नेतृत्व में हुआ था. ये रैकेट अमेरिकी नागरिकों को शिकार बनाता था. इसी रैकेट के आरोपी सागर ने क्रिकेटर विराट कोहली की कार खरीदकर अपनी गर्लफ्रेंड को गिफ्ट किया था.
कई लोगों के नाम रेस में चल रहे थे
बता दें कि मुंबई पुलिस कमिश्नर पद के लिए परमबीर सिंह के अलावा कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम रेस में चल रहे थे. जिसमें 1987 बैच के बिपिन बिहारी , सुरेंद्र पांडे, के. कनाकरातन्म, हेमंत नगराले के अलावा 1988 बैच के परमबीर सिंह और रश्मि शुक्ला का नाम भी था.
आधिकारिक घोषणा में कहा गया है कि 1990 बैच के एडिशनल डीजीपी (एसीबी) बिपिन के सिंह को अगले आदेश तक डीजीपी (एसीबी) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. शुक्रवार की देर रात, राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने घोषणा की कि बर्वे को 156 साल पुराने मुंबई पुलिस कमिश्नरेट के प्रमुख के रूप में तीसरा विस्तार नहीं मिलेगा.
एंटी-CAA प्रदर्शनों पर क्या बोले परमबीर सिंह
अब पदभार संभालने के बाद परमबीर सिंह ने कहा कि अंडरवर्ल्ड के खिलाफ कई सफलता मिली है, बचे हुए अंडरवर्ल्ड को खत्म करना उनकी निजी रुचि है. मुंबई में चल रहे एंटी-CAA पर परमबीर सिंह ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का अधिकार लोकतंत्र में है.
उन्होंने कहा है कि शहर में शांति पूर्ण CAA विरोधी प्रदर्शनों को जारी रहने की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने कहा, ‘’शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार है. जब तक यह आम लोगों के लिए परेशानी ना बने या कानून ना तोड़े, तब तक इसमें कुछ भी गलत नहीं है.’’
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