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केरल: बिशप फ्रैंको पर दूसरी नन ने उत्पीड़न, सेक्सटिंग का आरोप लगाया

‘Save our Sisters’ फोरम ने इस महिला का एक बयान जारी किया है

Published
भारत
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मिशनरीज ऑफ जीसस की एक और महिला ने बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर यौन उत्पीड़न और सेक्सटिंग का आरोप लगाया है. द न्यूज मिनट के मुताबिक, मुलक्कल पर ये आरोप तब लगा है, जब उनके खिलाफ रेप के मामले में सुनवाई शुरू होनी अभी बाकी है.

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ये 35 वर्षीय महिला भी उसी मिशनरी की है, जहां की नन ने बिशप फ्रैंको पर 2014 से 2016 के बीच कई बार रेप करने का आरोप लगाया था.

'Save our Sisters' फोरम ने इस महिला का एक बयान जारी किया है. नन के कुरविलंगड़ पुलिस को सितंबर 2018 में दिए बयान के मुताबिक, बिशप ने उसे फोन पर भद्दे मेसेज भेजे और उसके साथ गलत व्यवहार किया.

'मैं सिर्फ दोस्ती चाहती थी'

महिला ने बताया कि वो बिशप को कॉन्वेंट से संबंधित मामलों के लिए कॉल किया करती थी और ऐसे ही उनकी दोस्ती हो गई.

2015 से 2017 के बीच हम WhatsApp पर एक-दूसरे को मेसेज भेजते थे, कॉल करते थे और वीडियो कॉल भी होती थी. मैं सिर्फ दोस्ती चाहती थी. लेकिन 2015 के आखिर तक, उसने सेक्सुअल टिप्पणियां करना शुरू कर दिया. 
महिला ने बताया

कन्नूर निवासी महिला ने कहा, "मुझे इससे नफरत हो गई और ऐसा लगा कि मेरे आत्म सम्मान को चोट पहुंची है. लेकिन उसने गंदी बातें चालू रखीं. इसके बाद वो सेक्सुअल बातों पर उतर आया और वीडियो चैट में अपने और मेरे शरीर के बारे में बातें करने लगा."

नन ने बताया कि उसकी सेक्सटिंग में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन वो फ्रैंको का विरोध नहीं कर पा रही थी क्योंकि वो उनके धार्मिक समूह का प्रमुख था.

कुछ समय बाद नन की एक शख्स के साथ दोस्ती पर कुछ विवाद हो गया और उसे सजा के तौर पर केरल भेज दिया गया.

नन ने बताया, "2017 के अप्रैल और मई के बीच मैं केरल के एक कॉन्वेंट में रहती थी. फ्रैंको वहां मेरे व्यवहार की जांच के लिए आए. ड्राइवर और फादर एंटोनी फ्रैंको के साथ थे लेकिन वो दूसरे रूम में तने. बिशप ने मुझे अपने रूम में बुलाया और सफाई मांगी. जब मैं जा रही थी, तो उसने मुझे हग कर लिया और मेरे माथे पर किस कर दी."

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'नन को कॉन्वेंट छोड़ने की इजाजत नहीं'

महिला फ्रैंको के खिलाफ रेप केस में 14वीं गवाह है और उसके बयान में जो खुलासे हैं, वो केस की चार्जशीट का भी हिस्सा हैं.

'Save our Sisters' की कन्वेनर रिजु कंजूरकरन ने द न्यूज मिनट को बताया, "महिला के बयान देने के बाद, कॉन्वेंट ने उसे चुप कराने की कोशिश की. उसे कॉन्वेंट से बाहर नहीं जाने दिया गया और न ही किसी से बात करने दिया गया. कॉन्वेंट के इस बर्ताव की जानकारी हमें कुछ समय पहले ही लगी. इसलिए हमने फैसला किया कि जो स्टेटमेंट उसने 2018 में पुलिस को दिया था, उसे जारी किया जाए."

रिजु का कहना है कि पुलिस को जब पता लगा था कि एक और नन ने फ्रैंको पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है, तो उन्हें FIR दर्ज करनी चाहिए थी.

बिशप के खिलाफ रेप केस क्या है?

पहली नन ने बिशप फ्रैंको पर कोट्टायम के कुरुविलंगड़ू कॉन्वेंट में कई बार रेप करने का आरोप लगाया था. पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद FIR जून 2018 में दर्ज हो पाई.

फ्रैंको की गिरफ्तारी ननों के भारी विरोध प्रदर्शन के बाद सितंबर 2018 में हुई थी. ये वही समय था जब दूसरी नन ने पुलिस में बयान दर्ज कराया था.

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