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Qपटना: चुनाव की तैयारी में चुनाव आयोग, अमित शाह ने की नीतीश से बात

Qपटना में पढ़िए बिहार की सभी प्रमुख खबरें

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राज्य
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बिहार में चुनाव की तैयारी में चुनाव आयोग

बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां जोरों पर है. एक ओर राजनीतिक पार्टियां राजनीतिक बिसात बिछा रही हैं, वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग भी चुनाव के लिये तैयारियां शुरू कर चुकी है. इस सिलसिले में आयोग ने एक कदम और बढ़ा दिया है.

चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, आयोग अब अपने कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने की तैयारी कर रहा है. आयोग 29 जून से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगा. पहले चरण में बिहार स्थिति मुख्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के कमर्चारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. इस दौरान मास्टर ट्रेनर बनाया जायेगा

इसके बाद मास्टर ट्रेनर जिलों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण देंगे, पूरा कार्यक्रम 29 जून से शुरू होकर आठ दिनों तक चलेगा.

प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कर्मचारियों को नामांकन कराने, मतदान कराने, स्क्रूटनी, नाम वापसी, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है. आयोग के मुताबिक कमर्चारियों को विभिन्न स्तर पर ट्रेनिंग देने का कार्यक्रम तय कर दिया गया है. इस दौरान कोरोना महामारी के काल में चुनावी प्रकिया को सुरक्षित अंजाम देने के लिये भी विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा.
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बाढ के हालात पर गृहमंत्री अमित शाह ने नीतीश से की बात

बिहार में नदियों का पानी खतरे के निशान से ऊपर चढ़ने पर केंद्र सरकार सतर्क है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश से फोन पर बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जरूरत पड़ने पर हर तरह की मदद के लिए तैयार है.

मोदी सरकार बिहार की जनता के साथ खड़ी है. शाह ने बिहार में महानंदा नदी के बढ़ते जलस्तर के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दोपहर में फोन पर बात की. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "बिहार में महानंदा नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की और उन्हें बिहार की जनता की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया"

गरीब कल्याण रोजगार योजना के जरिये प्रवासी श्रमिकों को भुनाने में जुटी BJP-जेडीयू गठबंधन

कोरोना काल में बिहार लौटे प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए राज्य और केन्द्र सरकार की कोशिशें जारी है. बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुये इन कोशिशों में तेजी लायी जा रही है. इसी रणनीति के तहत पहले केन्द्र ने बिहार के खगड़िया से गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की और राज्य के 32 जिलों को इस रोजगार योजना के अंर्तगत लाया गया.

अब राज्य सरकार ने राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने और प्रवासी श्रमिकों को लुभाने के लिये नई औद्योगिक नीति का एलान किया है.

बिहार सरकार के आंकड़े के मुताबिक,

कोरोना वायरस की वजह से 25 लाख से अधिक प्रवासी बिहारी मजदूरों की घर वापसी हुई है. ये संख्या आगामी विधानसभा चुनाव के हिसाब से किसी भी राजनीतिक पार्टी की जीत हार के लिए महत्वपूर्ण है. ऐसे में जेडीयू और बीजेपी गठबंधन दोनों ही, इन योजनाओं के प्रचार और प्रसार में जोर शोर से लग गयी है.

इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के खगड़िया से 'गरीब कल्याण रोजगार योजना' की शुरुआत और योजना पर 50 हजार करोड़ के फंड की व्यवस्था करने को भुनाया जा रहा है. प्रदेश भाजपा ने बूथ स्तर तक के सभी कार्यकर्ताओं को इस योजना के बारे में प्रचार करने को कहा है. पार्टी ने इस सबंध में उन सभी 23 जिलों के नेता और कार्यकर्ताओं को विशेष निर्देश दिया हैं, जहां यह योजना लागू की जा रही है.

कोरोना के केस 9 हजार के पार

बिहार में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकडों के मुताबित बिहार में संक्रमित मरीजों की संख्या 9117 हो गई है.

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