बिहार में कोरोना के 242 नए मामले, संक्रमितों की संख्या 3,807 पहुंची
बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी जारी है. रविवार को कोविड-19 के 242 नए मरीजों की पहचान हुई, जिससे राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,807 तक पहुंच गई. राज्य में अब तक 23 कोरोना वायरस संक्रमितों की मौत हो चुकी है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के जारी कोरोना बुलेटिन के मुताबिक रविवार को राज्य के विभिन्न जिलों में 242 संक्रमितों की पहचान की गई.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने रविवार की शाम को बताया,
अब तक कुल 75,737 नमूनों की जांच की जा चुकी है और अब तक 3,807 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. पिछले 24 घंटे में 209 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं, इस प्रकार अब तक 1,520 लोग स्वस्थ हुए हैं.अब तक 23 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है.
बिहार में ड्यूटी पर तैनात हेामगार्ड जवान की गोली मारकर हत्या
बिहार के बेगूसराय जिले के लोहियानगर में एक मोटर साइकिल पर सवार तीन लोगों को रोकने की कोशिश करने पर होमगार्ड के एक जवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि लोहियानगर थाना के पनहास गांव में शुक्रवार रात पुलिस गश्त लगा रही थी. इसी दौरान पुलिस ने गुजर रहे एक बाइक पर सवार तीन लोगों को रूकने का इशारा किया. इसके बाद बाइक सवारों ने गोली चला दी, जो ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के जवान राजवर्धन रंजन को जान लगी
ड्यूटी पर तैनात गश्ती दल ने ग्रामीणों के सहयोग से बाइक पर सवार तीनों लोगों को धर दबोचा. बेगूसराय (सदर) पुलिस उपाधीक्षक राजन सिन्हा ने कहा कि रंजन के सिर में गोली लगने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
नीली क्रांति से आएगी देश में अर्थक्रांति : गिरिराज सिंह
केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि नीली क्रांति के माध्यम से देश में अर्थक्रांति आएगी. मोदी सरकार की दूसरी पारी के एक साल पूरे होने पर खास बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा कि देश में मछली पालन की अपार संभावना है और अनाज की तुलना में मछली उत्पादन से आमदनी में करीब चार गुना वृद्धि हो सकती है.
कोरोना काल में जब देश की आर्थिक विकास की रफ्तार थम गई है, तब अर्थक्रांति लाने की योजना बना रहे मोदी सरकार के मंत्री का कहना है देश में मछली उत्पादन में बढ़ोतरी से किसानों, मछुआरों और इसके कारोबार से जुड़े वेंडरों की आमदनी बढ़ेगी, उन्होंने कहा कि गेहूं या चावल की प्रति किलो औसत जितनी कीमत है उसकी तुलना में मछली की कीमत चार गुना तक है, इस प्रकार अनाज की तुलना में मछली पालन से किसानों और मछुआरों की आय में ज्यादा बढ़ोतरी होगी.
मोदी सरकार की दूसरी पारी में पिछले साल मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी का एक अलग मंत्रालय बनाया गया, इससे पहले यह कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत आता था. नव सृजित मंत्रालय की की जिम्मेदारी गिरिराज सिंह को सौंपी गई. मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में वह सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे।.
बिहार में कुटीर उद्योगों को गति देंगी प्रवासी महिलाएं
कोरोना संक्रमण के दौर में जब देश में चारों ओर सब कुछ बंद हो गए, तब बिहार से पलायन कर गए मजदूर भी अपने गांव की ओर लौटने लगे. मजदूरों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी हैं. वे भी उनके साथ लौट आई हैं. अब सरकार इन महिलाओं को रोजगार देने की कवायद में जुटी हुई है. इन महिलाओं के जरिए राज्य के कुटीर उद्योगों को फिर से गति देने की योजना बन रही है. प्रवासी मजदूरों को जहां रोजगार देने को लेकर सरकार कवायद प्रारंभ कर चुकी है, वहीं इनकी कुशलता का उपयोग करने को लेकर भी सरकार काम कर रही है.
जीविका से जुड़ी महिलाओं द्वारा राज्यभर के क्वोरंटीन केंद्रों में सर्वे किया जा रहा है, ताकि यह पता चल सके कि इन कामगारों की क्षमता एवं रुचि क्या है और इसी के अनुरूप इन्हें काम दिलाने की योजना है.
(इनपुट IANS से)
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