शत्रुघ्न सिन्हा के बाद रामविलास पासवान ने पटना एयरपोर्ट पर VIP प्रोटोकॉल खोया
पटना साहिब से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के बाद अब केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने पटना एयरपोर्ट पर वीआईपी प्रोटोकॉल खो दिया है. पासवान पूर्व केंद्रीय मंत्री जय नारायण निषाद के श्राद्ध कार्यक्रम के लिए अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर में भाग लेने के लिए सोमवार को पटना पहुंचे थे. उसी दिन शाम की उड़ान से दिल्ली के लिए रवाना होने के लिए आम यात्री वाले गेट से हवाई अड्डे के अंदर दाखिल हुए थे. हालांकि पासवान ने वीआईपी प्रोटोकॉल खत्म कर दिए जाने से इंकार किया है. उनका कहना है कि जल्द ही इसे बहाल कर दिया जाएगा.
इससे पहले शत्रुघ्न सिन्हा, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का पटना एयरपोर्ट पर VIP प्रोटोकॉल खत्म कर दिया गया था.
वीआईपी प्रोटोकाल की सुविधा जिन VIP लोगों को हासिल होती है, उनके एयरपोर्ट से निकलने का रास्ता आम यात्रियों से अलग होता है और उनके लिए वीआईपी लाउंज होता है.
जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट के वरिष्ठ अधिकारी राजेंद्र सिंह लहौरिया ने बताया कि VIP प्रोटोकॉल की सुविधा उपलब्ध कराने और उसे खत्म करने में पटना एयरपोर्ट की कोई भूमिका नहीं है. ब्यूरो ऑफ सिविल एवियेशन सेक्युरिटी से इस बारे में सुझाव मिलता है. उन्होंने बताया कि उन्हें पासवान के VIP प्रोटोकॉल के रीन्यू को लेकर कोई नया आदेश नहीं मिला है.
‘बिहार में नहीं है अब लालटेन की जरूरत’: नीतीश कुमार
सीएम नीतीश कुमार मंगलवार को बिहार के कैमूर जिला में एक सिंचाई प्रोजेक्ट का शिलान्यास और जनसभा को संबोधित करने आए थे. यहां वो बिहार में चल रहे विकास के कामों की चर्चा करते हुए नाम लिये बगैर आरजेडी पर हमला करने से भी नहीं चूके.
सीएम नीतीश ने कहा कि, बिहार में अंधेरा खत्म हो गया है. बगैर नाम लिये हुए आरजेडी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पहले लोग बच्चों को डराते थे कि अंधेरे में मत जाओ भूत पकड़ लेगा, अब हर गांव और घर में बिजली पहुंच गई है, अब कहीं भूत का डर नहीं है़ बिहार में अब लालटेन की जरूरत नहीं रह गयी है.
जज के तबादले की वजह से तेज प्रताप के तलाक मामले में नहीं हुई सुनवाई
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की तलाक याचिका पर मंगलवार को सुनवाई नहीं हो सकी. इस मामले की सुनवाई कर रहे जज का तबादला हो गया और उनकी जगह पर अभी किसी ने पदभार नहीं संभाला है. बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी शादी के 6 महीने बाद ही साल 2018 में 2 नवंबर को पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक मांगा था. ऐश्वर्या राय के पिता चंद्रिका राय आरजेडी के मौजूदा विधायक हैं और उनके दादा दारोगा राय 1960 के दशक में प्रदेश के मुख्यमंत्री थे.
सूत्रों के मुताबिक जज उमा शंकर द्विवेदी ने मामले की सुनवाई के लिए 8 जनवरी की तारीख तय की थी. उनका हाल ही में एक अन्य जिले में तबादला कर दिया गया और उनकी जगह पर अभी किसी ने पदभार नहीं संभाला है.
तेज प्रताप की मां राबड़ी देवी और छोटे भाई तेजस्वी यादव समेत उनके परिवार के सदस्यों ने तलाक के इस फैसले का विरोध किया था. ऐश्वर्या राय अपने पिता के साथ राबड़ी देवी के आवास पर गईं लेकिन तेज प्रताप को मनाने की कोशिशें नाकामयाब रहीं.
आजीवन बंगला दिए जाने पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्रियों को नोटिस
पटना हाई कोर्ट ने बिहार के किसी भी पूर्व मुख्यमंत्री को आजीवन बंगला आवंटित करने के प्रावधान को लेकर मंगलवार को नोटिस जारी किया. चीफ जस्टिस अमरेंद्र शाही और जस्टिस अंजना मिश्र ने इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्रियों से भी जवाब मांगा है.
हाईकोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख 11 फरवरी तय की है. बेंच ने चार हफ्तों में राज्य सरकार और पूर्व मुख्यमंत्रियों से जवाब मांगा है.
सोमवार को पटना हाई कोर्ट ने बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की याचिका खारिज कर दी थी. राज्य सरकार ने उन्हें बंगला खाली करने का आदेश दिया था. जिसके खिलाफ उन्होंने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. तेजस्वी यादव को पटना में 5 देश रत्न रोड स्थित बंगला बिहार की पिछली महागठबंधन सरकार के कार्यकाल के दौरान उपमुख्यमंत्री रहते हुए आवंटित किया गया था.
‘एक्सीडेन्टल प्राईम मिनिस्टर’ के कलाकारों के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश
बिहार के मुजफ्फरपुर जिला की एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जिंदगी पर आधारित फिल्म ‘एक्सीडेन्टल प्राईम मिनिस्टर’ से जुड़े बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर समेत 16 अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने के लिए मंगलवार को निर्देश दिए हैं.
सब डिविजनल मजिस्ट्रेट गौरव कमल ने एडवोकेट सुधीर कुमार ओझा की ओर से 2 जनवरी को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अन्य सार्वजनिक हस्तियों को गलत रूप से पेश किए जाने को लेकर एक शिकायत पत्र दायर किया था. मंगलवार को इस की सुनवाई करते हुए कांटी थाना को इस मामले में FIR दर्ज करने का निर्देश दिया गया.
ओझा ने आरोप लगाया है कि आगामी 11 जनवरी को रिलीज होने वाली इस फिल्म का प्रोमो देखकर उन्हें दुख पहुंचा है क्योंकि इसमें सार्वजनिक हस्तियों को जिस रूप से पेश किया गया है उससे देश की खराब छवि बनती है.
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