राहुल बनें अगले प्रधानमंत्री: जीतन मांझी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर लोकसभा चुनाव में महागठबंधन सत्ता में आता है तब वह अगले प्रधानमंत्री के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देखना चाहेंगे.
हालांकि महागठबंधन के सहयोगी दलों की राय मांझी से अलग है और अब तक किसी भी अन्य दल के नेता ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में किसी भी व्यक्ति का नाम घोषित नहीं किया है.
मगर पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने इस सवाल के जवाब में कहा कि ऐसा कोई पहली बार नहीं हो रहा है. इसके पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है.
अपनी निजी राय का हवाला देते हुए मांझी ने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को बहुमत मिलता है, तो यह पद राहुल गांधी को संभालना चाहिए.
कुशवाहा ने टिकट बेचने के आरोप को बताया निराधार
मोदी सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने आरएलएसपी के टिकट बेचने के आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि जब अभी तक महागठबंधन में सीटों का बंटवारा ही नहीं हुआ, तो टिकट बेचने का सवाल कहां उठता है.
आपको बता दें कि मंगलवार को RLSP के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि और पूर्व महासचिव प्रदीप मिश्र ने कुशवाहा पर 90 लाख रुपये लेने के आरोप लगाया था .राजधानी पटना में पत्रकारों से बात करते हुए कुशवाहा ने इस मामले पर सवालों का जवाब दिया.
साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री कुशवाहा ने अपनी ही पार्टी के पूर्व नेताओं नागमणि और प्रदीप मिश्रा के मोतिहारी सीट बेचे जाने के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि जब सीट बंटवारा ही नहीं हुआ तो टिकट बेचे जाने की बात कहां से आ गई.
उन्होंने हालांकि पार्टी के पूर्व महासचिव प्रदीप मिश्रा से पैसे लेने की बात स्वीकार की और कहा कि उनसे पैसा लिया था, परंतु टिकट के लिए नहीं.
एनडीए में सीटों की घोषणा जल्द: जेडीयू
प्रदेश में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच लोकसभा चुनाव के टिकट बंटवारे को लेकर बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है. एनडीए के सहयोगी जेडीयू के महासचिव राम चन्दर प्रसाद सिंह ने पत्रकारों को बताया कि इस मामले में अंतिम दौर की बातचीत हो चुकी है.
साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया की इस मामले में अब एनडीए में कोई मतभेद नहीं है.
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए आरसीपी सिंह ने कहा की एनडीए में शामिल बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी तीनों दलों का चुनाव प्रचार एक साथ चलेगा.
जब पत्रकारों ने उनसे एनडीए में सीटों की संख्या को लेकर उठ रहे विवाद के बारे में पुछा तो उन्होंने कहा कि गठबंधन में शामिल बड़ी पार्टी को कुछ तो त्याग करना ही पड़ता है.
आपको बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि पिछले चुनाव में बीजेपी को 22 सीटों पर सफलता मिली थी. जेडीयू पिचले चुनाव में 2 सीट जीतकर भी इस बार बीजेपी के बराबर 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
अपराधियों के हौसले बुलंद, दो भाइयों की हत्या
अज्ञात अपराधियों ने रोहतास जिले के राइस मिल मालिक और उसके सहयोगी भाई को मौत के घाट उतार दिया है. राज्य में आये दिन अपराधियों के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं. अपराधी कानून व्यवस्था को बार-बार चकमा दे रहे हैं. राज्य में अपराध का बढ़ता ग्राफ चिंता की बात है.
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक12 से 15 की संख्या में अपराधियों ने हमला करके रूपीपुर बांध गांव स्थित एक राइस मिल में जम कर लूट-पाट की.
बताया जा रहा है कि इसका विरोध करने पर अपराधियों ने मिल के मालिक माणिकचंद साव, उम्र -45 साल, और उनके सहयोगी भाई गोपाल साव, उम्र 42 साल के हाथ-पैर बांधकर उन्हें मिल के निकट तालाब में डाल दिया, जिससे दोनों की डूबकर मौत हो गई.
इस घटनाक्रम में बदमाश मिल से करीब तीन लाख रुपये का चावल लूटकर फरार हो गए .पुलिस ने दोनों लाशों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही मिल कर्मचारियों के बयान पर हत्या की एक प्राथमिकी कोचस थाना में दर्ज कर ली गई है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
ब्रजेश ठाकुर की 7.30 करोड़ की संपत्ति की हुई कुर्की-जब्ती
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुजफ्फरपुर आश्रय गृह मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के 23 भूखंड और तीन वाहनों समेत 7.30 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति कुर्क की है.
ED से प्राप्त जानकारी के मुताबिक उसने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत ठाकुर की संपत्तियों को कुर्क करने के लिये अस्थायी आदेश जारी किया है. ठाकुर आश्रय गृह को चलाने वाले एनजीओ -सेवा संकल्प एवं विकास समिति का मालिक था.
ईडी ने आरोप लगाया कि ठाकुर और उसके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में काफी नकदी पाई गई, जिसके बारे में वे नहीं बता सके.
इस आश्रय गृह को चलाने वाले एनजीओ के मालिक ठाकुर समेत 11 लोगों के खिलाफ मई 2018 में FIR किया गया था. इस मामले की जांच बाद में सीबीआई को सौंप दी गई थी.
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