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Q पटना: 3 दिन का राजकीय शोक, अनंत सिंह के समर्थन में उतरे नेता

Q पटना में पढ़ें बिहार से जुड़ी बड़ी खबरें  

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राज्य
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CM नीतीश ने किया तीन दिन के राजकीय शोक का ऐलान

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि राजनीति में उनका योगदान बहुमूल्य है. सीएम नीतीश ने कहा कि मिश्र का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा और बिहार में तीन दिन का राजकीय शोक भी मनाया जाएगा.

हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक सीएम नीतीश ने कहा कि डॉ.जगन्नाथ मिश्र प्रख्यात राजनेता और शिक्षाविद् थे. बिहार के साथ-साथ देश की राजनीति में उनका बहुमूल्य योगदान रहा है. उनके निधन से न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की राजनीतिक, सामाजिक और शिक्षा के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है.

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अनंत सिंह के समर्थन में आए नेता, लुक आउट नोटिस जारी

मोकामा से निर्दलीय बाहुबली विधायक अनंत सिंह के घर से पुलिस छापेमारी में एके-47 और दो ग्रेनेड बरामद होने के बाद विधायक के खिलाफ यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज की गई. इसके बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई है. अनंत सिंह के समर्थन में आरजेडी के सीनियर नेता शिवानंद तिवारी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी और जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव आ गए हैं.

‘‘अनंत सिंह कोई आतंकवादी नहीं हैं, वह विधायक हैं. ये यूएपीए एक्ट 2019 अंग्रेजों के रोलेट एक्ट जैसा है. गांधी ने रोलेट एक्ट का विरोध किया था. अनंत सिंह यूएपीए एक्ट के दायरे में आने वाले आतंकवादी नहीं हैं.”
शिवानंद तिवारी, आरजेडी उपाध्यक्ष

पप्पू यादव ने कहा कि अनंत सिंह सरकार के साथ नहीं है इसलिए एक्शन लिया जा रहा है. वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी विधायक अनंत सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को साजिश बताया है.

बता दें कि अनंत सिंह के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी हुआ है और उनसे जुड़े कई लोगों के घर पर छापेमारी की गई है.

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पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र का 82 साल की उम्र में निधन

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र का 82 साल की उम्र में दिल्ली में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उनका दिल्ली में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान ही सोमवार सुबह उन्होंने अंतिम सांसें ली.

डॉ मिश्र की पहचान बिहार की राजनीति में दिग्गज नेता के रूप में होती थी. बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके मिश्र की बचपन से ही राजनीति में रुचि थी. उन्होंने कॉलेज के प्रोफेसर के रूप में अपना करियर शुरू किया लेकिन बाद में राजनीति में आ गए और कांग्रेस में शामिल हो गए. डॉ मिश्र वर्ष 1975 से 1977 तक, 1980 से 1983 तक और 1989 से 1990 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे. साल 1990 के दशक के में उन्होंने केंद्रीय मंत्रिपरिषद में भी जिम्मेदारी संभालीं.

मौजूदा समय में मिश्र जनता दल (युनाइटेड) में थे. बता दें बिहार के सबसे चर्चित चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव के साथ मिश्र का भी नाम आया था. लेकिन बाद में वो कोर्ट से बरी हो गए थे.

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सजा से अपराधियों में पैदा होगा कानून का भय: बिहार DGP

डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा है कि बिहार में अपराधियों के मन से कानून का खौफ खत्म हो रहा है. ये चिंता की बात है और लोगों के बीच कानून का सम्मान बढ़े इसे लेकर कुछ करने की जरूरत है.

डीजीपी पांडे पुलिस भवन निर्माण निगम सभागार में पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ब्यूरो कि ओर से बुलाए गए महिला सुरक्षा पर पुलिस अधिकारियों के पांच दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम के मौके पर बोल रहे थे. डीजीपी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कानून बने हैं, पर इससे अपराध नहीं रुक जाता. पढ़ी-लिखी सफल महिलाओं से लेकर अनपढ़ तक अत्याचार का शिकार होती हैं. अत्याचार की मूल वजह पुरुषों की सोच है. महिलाओं को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करने के साथ ही पुरुषों के रुख में बदलाव लाना होगा. डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि आप प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीखने आते हैं, आप कितना सीखते हैं यह आप पर निर्भर करता है. जानकारी हासिल नहीं करते हैं तो नुकसान पूरे पुलिस संगठन का होता है.

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नक्सलियों ने की 2 लोगों की गोली मारकर हत्या

लखीसराय जिले में नक्सलियों ने दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और उसके बाद वे फरार हो गए. पुलिस के मुताबिक, मदन यादव और भलुई गांव के छोटू मननपुर महादलित टोला मुख्य सड़क पर स्थित एक चाय-नाश्ते की दुकान पर सोमवार को चाय पी रहे थे. इसी दौरान नक्सलियों की एक समूह ने दोनों को घेर कर गोली मार दी, जिससे घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गई. मृतक छोटू कुमार भलुई ग्राम पंचायत के मुखिया गणेश रजक का ड्राइवर था और दोनों वहां मुखिया की गाड़ी से ही आए थे.

पुलिस ने बताया, "प्रथम दृष्ट्या लगता है कि घटना को नक्सलियों ने अत्याधुनिक हथियार से अंजाम दिया है. हत्या का कारण फिलहाल पता नहीं चल सका है. आगे जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है." उन्होंने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है.

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