सरकारी विभागों में 5 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती
सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में कैबिनेट ने कुल 14 प्रस्ताव पास किए हैं. इन प्रस्तावों में खास बात ये रही कि आने वाले वक्त में बिहार के सरकारी विभागों में 5 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती की जाएगी. कैबिनेट की बैठक में विभिन्न विभागों के कुल 5365 पदों का सृजन किया गया. इसमें स्वास्थ्य विभाग, कॉलेज और न्यायालय शामिल हैं.
बिहार के प्रधान सचिव के मुताबिक जल्द ही बिहार में 2340 आयुर्वेदिक डॉक्टरों की बहाली होगी. मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में 2340 आयुर्वेदिक डॉक्टरों के पदों को बनाने की मंजूरी दे दी. राज्य में स्वास्थ्य सेवा को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है. साथ ही न्यायालयों में 2178 कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी. ये फैसला सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. वहीं सभी कॉलेजों में पर्यावरण शिक्षक की भर्ती को भी मंजूरी मिली है. 229 कॉलेजों में 1-1 असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त किया जाएगा. ग्राम पंचायतों के खातों की नियमित रूप से ऑडिट कराने के मकसद से राज्य सरकार ने 589 ऑडिटरों की नियुक्ति का निर्णय लिया है.
महागठबंधन ने फिर कसी कमर
लोकसभा चुनाव में हार के बाद महागठंधन में शामिल नेताओं की पहली बार बैठक हुई है. इस बैठक में लोकसभा चुनाव की हार पर चर्चा की गई और आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया. बैठक में सभी नेताओं ने एक आवाज में संघर्ष करने की बात कही. बैठक में नेताओं ने कहा कि ‘‘राष्ट्रीय जनता दल , कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी , हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी का महागठबंधन महज चुनाव के लिए नहीं था. यह गठबंधन अवाम के सरोकारों को उसकी समेकित पूर्ति के लिए था और हम अपनी सामूहिक जिम्मेदारी को भली भांति समझते हैं.’’
“महागठबंधन आज भी मजबूत है और भविष्य में यह और मजबूत होगा. हम लोग साथ मिलकर आगे की लड़ाई लड़ेंगे.”जीतन राम मांझी
इस बैठक में आने वाले दिनों में जनसंघर्षो के माध्यम से जन सरोकार के मुद्दों पर राज्य भर में लोगों को शिक्षित और जागरुक करने के साथ शांतिपूर्ण संघर्ष करने का फैसला लिया गया. बैठक में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और वीआईपी के प्रमुख मुकेश साहनी शामिल हुए थे.
मंगल पांडेय ने कहा बिहार तंबाकू मुक्त पहला राज्य बनेगा
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार पहला तंबाकू मुक्त राज्य बनेगा. राज्य सरकार पूरे प्रदेश में तंबाकू सेवन से होने वाले रोगों से बचाव को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान चलाएगी. साथ ही तंबाकू नियंत्रण कानून का भी सख्ती से पालन कराया जाएगा. वहीं, शिक्षा विभाग के सहयोग से राज्य के माध्यमिक विद्यालयों और कॉलेज परिसर में जागरूकता कार्यक्रम होंगे.
मंगल पांडेय ने कहा कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और भारत सरकार के ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे 2016-17 के मुताबिक भारत में 28.6 फीसदी व्यस्क (42.4% पुरुष और 14.2% महिला) तंबाकू का सेवन करते हैं. बिहार में यह आंकड़ा 25.9फीसदी (43.4 % पुरुष एवं 6.9% महिला) है. इसमें 5.1 फीसदी लोग धूम्रपान और 23.5 फीसदी लोग सूंघने या चबाने वाले तंबाकू का सेवन करते हैं.
मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य के 13 जिले तंबाकू मुक्त घोषित हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि तंबाकू का सेवन कई प्रकार की बीमारियों का प्रमुख कारण है. सभी प्रकार के कैंसर में तंबाकू के सेवन से जुड़े कैंसर का आंकड़ा 10 फीसदी है. 90 प्रतिशत मुख के कैंसर तंबाकू के प्रयोग से होते हैं.
लखीसराय में नक्सलियों की साजिश नाकाम
बिहार के नक्सल प्रभावित लखीसराय जिले में नक्सलियों ने सड़क किनारे 15 किलोग्राम का एक केन बम लगाया गया था. जिसे पुलिस ने बरामद कर निष्क्रिय कर दिया. डीआईजी मनु महाराज ने बताया कि नक्सल प्रभावित जिले मुंगेर, जमुई और लखीसराय में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया गया था. इस अभियान के तहत लखीसराय जिले के चानन थाना से पकड़े गए हार्डकोर नक्सली कैलाश कोड़ा की निशानदेही पर पहाड़ी इलाका हनुमंथान के तीन मुहाने पर पुलिस को निशाना बनाने के लिए लगाए गए 15 किलोग्राम के केन बम को सुरक्षा बलों ने बरामद किया.
मुंगेर के डीआईजी मनु महाराज ने बताया, "नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इन तीन जिलों में चलाए गए संयुक्त अभियान में पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की टीम शामिल रही."
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