उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित न्यायिक परीक्षा में देहरादून की पूनम टोडी ने टॉप किया है. ऑटो ड्राइवर की बेटी पूनम ने इस बात को सही साबित किया है कि सफलता किसी संसाधन की मोहताज नहीं होती. कई तरह की आर्थिक परेशानियों का सामना करने बावजूद कड़ी लगन और मेहनत के दम उन्होंने ये कामयाबी हासिल की.
‘बेटियो को पढ़ने का मौका मिले’
सफलता हासिल करने के बाद पूनम ने कहा कि अगर बेटियों को पढ़ने का मौका मिला तो वो काफी आगे जा सकती है. उन्होंने कहा कि मैं सभी माता-पिता से ये निवेदन करूंगी कि वे अपनी बेटियों को पढ़ाए, उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें. अपनी सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा,-
“मैंने इस परीक्षा के लिए काफी मेहनत की. मेरे पिता ने हर कदम पर मेरी मदद की. मेरे पिता पेशे से ऑटो ड्राइवर हैं. हमारे घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. बावजूद इसके उन्होंने कभी भी मुझे किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी.”
पूनम का कहना है कि अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने सफलता हासिल कर ली है. और अब उनका मकसद है कि वो सभी को न्याय दिलाए. उन्होंने कहा कि वे अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ करेंगी.
सफलता से माता-पिता काफी खुश
पूनम की मां उनकी इस सफलता से फुले नहीं समा रही हैं. उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा, मैं चाहती हूं कि हर मां को ऐसी बेटी हो. वहीं पूनम के पिता अशोक टोडी ने कहा, मेरी बेटी ने इसके लिए काफी कड़ी मेहनत की. मैं अपनी खुशी शब्दों में बयां नहीं कर सकता. मेरी चाहत है कि हर पेरेंट्स को ऐसी बेटियां हो जो उनका नाम रोशन करें.
केवल 8 लोगों का हुआ है चयन
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की तरफ से राज्य न्यायिक सेवा सिविल जज जूनियर डिवीजन 2016 के आठ पदों की भर्ती प्रक्रिया 15 मार्च 2017 को शुरू की गई थी. 27 अगस्त 2017 को प्रारंभिक परीक्षा कराई गई थी. और बाद में 30 नवंबर को मुख्य परीक्षा हुई थी. जिसमें 83 आवेदक सफल हुए थे. इंटरव्यू के बाद 8 आवेदकों का चयन अंतिम रूप से किया गया है. जिसमें उत्तराखंड के सात और उत्तर प्रदेश के एक अभ्यर्थी हैं.
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