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Qलखनऊ: नोएडा में 282 कंटेनमेंट जोन, प्रियंका को आगरा के DM का जवाब

उत्तर प्रदेश की बड़ी खबरें एक साथ  

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नोएडा: कोरोना के 607 सक्रिय मामले, कंटेनमेंट जोन 282 हुए

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में मंगलवार को कोरोना वायरस के 63 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल 607 सक्रिय संक्रमित मरीजों का इलाज जिले के अस्पतालों में किया जा रहा है. वहीं, इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है. राहत की बात यह कि 949 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. दूसरी ओर, स्वास्थ्य विभाग ने जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या 282 कर दी है. श्रेणी 1 में 229 कंटेनमेंट जोन शामिल हैं तो वहीं श्रेणी 2 में 53 कंटेनमेंट जोन हैं. इन कंटेनमेंट जोन में बड़ी संख्या में हॉउसिंग सोसाइटी के टॉवर, गांव व बाजार शामिल हैं.

कंटेनमेंट जोन की नई व्यवस्था के मुताबिक, अगर किसी हाउसिंग सोसाइटी के टॉवर में 1 संक्रमित मरीज मिलता है तो उस टॉवर को सील किया जाता है और अगर सोसाइटी के एक से अधिक टॉवर में संक्रमित लोग पाए जाते हैं तो वहां सामुदायिक उपयोग वाले स्थलों को भी सील किया जाता है.

उसी तरह गांव में एक संक्रमित मरीज निकलने पर उस मोहल्ले को सील किया जा रहा है. गांव में एक से ज्यादा संक्रमित मरीज निकलते हैं तो पूरे गांव को सील किया जा रहा है.

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आगरा के डीएम बोले, प्रियंका का दावा सही नहीं

आगरा के जिलाधिकारी ने कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के एक ट्वीट पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि शहर में 48 घंटों के भीतर 28 मौतें हुई हैं. डीएम प्रभु नारायण तिवारी ने प्रियंका गांधी को ईमेल किए गए एक पत्र में कहा कि ये दावे आधारहीन और भ्रामक हैं.

पत्र में यह भी कहा गया, “कोरोना योद्धा महामारी के प्रसार की जांच के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और इस तरह की खबरों से उनका मनोबल कम होगा और साथ ही आम आदमी पर भी इनका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.”

जिला अधिकारी ने प्रियंका से 24 घंटे के भीतर एक शुद्धिपत्र जारी करने को कहा, ताकि लोगों को सच्चाई का पता लग सके. उन्होंने कहा कि पिछले 109 दिनों में आगरा में 1,139 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 79 की मौत हुई है. उन्होंने कहा, "48 घंटे में 28 मौतों की खबर पूरी तरह से झूठ है."

मऊ जिले में रेलवे के कोविड कोच का उपयोग शुरू

उत्तर प्रदेश सरकार ने मऊ जिले में रेलवे द्वारा तैयार कोविड-19 रेलवे डिब्बों का उपयोग शुरू कर दिया है. अब तक इन कोचों में कोरोना पॉजिटिव 59 लोगों को क्वारंटीन में रखा गया है, जबकि उनमें से आठ रोगियों को छुट्टी दे दी गई है. आइसोलेशन कोच मऊ रेलवे स्टेशन पर पार्क किए गए हैं.

भारतीय रेलवे के गैर-वातानुकूलित कोचों को कोरोनावायरस रोगियों को रखने के लिए आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया गया है. इसमें अभी 51 मरीज क्वारंटीन हैं. रेलवे ने कहा, "रेलवे से अब तक उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और दिल्ली सरकार कोचों की मांग कर चुका है. बाकी कोचों को राज्यों द्वारा मांग पर दिया जाएगा."

मऊ के जिला अधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि ये 59 लोग ऐसे हैं, जो कोरोना पॉजिटिव मामलों के संपर्क हैं, उन्हें क्वारंटीन किया गया है. रेलवे ने अब तक पांच राज्यों दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में कुल 960 कोविड-19 केयर कोच लगाए गए हैं.

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टिड्डी नियंत्रण अभियान जोरों पर, चपेट में 7 राज्यों के 84 जिले

टिड्डी दल के चपेट में आए सात राज्यों के 84 जिलों के एक लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में टिडिड्यों का नियंत्रण किया जा चुका है और इस समय राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश में टिड्डी नियंत्रण जोरों पर चल रहा है. यह जानकारी सोमवार को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से मिली. पाकिस्तान के रास्ते भारत में टिड्डियों के दो झुंडों के प्रवेश की रिपोर्ट के बाद नियंत्रण अभियान तेज हो गया है. बताया जाता है कि एक झुंड बीकानेर और दूसरा श्रीगंगानगर जिले में प्रवेश किया है.

मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्यों के कृषि विभागों, स्थानीय प्रशासन और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की मदद से नियंत्रण कार्य चल रहा है.

केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बताया कि 21 जून, 2020 तक राजस्थान, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में 114,026 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण किया गया है, जबकि गुजरात और मध्यप्रदेश में मुख्य रूप से टिड्डी नियंत्रण अभियान जोरों पर चल रहा है.

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