यूपी में कोरोना के 700 नए समेत 19,671 संक्रमित, अब तक 596 मौतें
उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है. बुधवार को एक दिन में और 700 नए मरीज सामने आए. सबसे ज्यादा गजियाबाद में 114 नए मरीज पाए गए. इसे मिलाकर अब प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या 19671 हो गई है. वहीं, 470 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो गए हैं.
प्रदेश में संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या अब 12,586 हो गई है, जबकि कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 596 हो गया है.
स्वास्थ्य विभाग से मिले नए मरीजों के आकड़े के अनुसार, गाजियाबाद में 114, नोएडा में 98, वाराणसी में 30, लखनऊ में 64, कानपुर शहर में 27, इटावा, चंदौली में 19, एटा, मेरठ आजमगढ़ में 18-18, देवरिया में 16, गोरखपुर, फरु खाबाद में 11-11, जौनपुर, जालौन, अमरोह में 10-10, आगरा, बरेली, मुजफ्फरनगर, शामली, कुशीनगर में 9-9, हरदोई, भदोही, शाहजहांपुर, झांसी में 6-6, मैनपुरी, रामपुर, बाराबंकी, महाराजगंज, कन्नौज, पीलीभीत, अलीगढ़, हापुड़, प्रयागराज, उन्नाव में 5-5, संभल, संत कबीरनगर, मथुरा में 4-4, सहारनपुर, फिरोजाबाद, सुल्तानपुर, मुरादाबाद, बुलंदशहर, सीतापुर, मिर्जापुर, औरैया में 3-3, रायबरेली, गोंडा, बलिया, श्रावस्ती में 2-2 और अमेठी, कौशांबी, महोबा, सोनभद्र व ललितपुर में फिर एक-एक मरीज पॉजिटिव पाया गया है.
पूर्ववर्ती सरकारों ने उत्तर प्रदेश को बड़े गहरे जख्म दिए : तोमर
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यहां बुधवार को एसपी और बीएसपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने उत्तर प्रदेश को बड़े गहरे जख्म दिए हैं. तोमर यहां बीजेपी की दूसरी वर्चुअल जनसंवाद रैली को संबोधित कर रहे थे. पूर्वाचल की इस रैली में काशी और गोरखपुर क्षेत्र की लाखों संख्या में जनता सहित पार्टी कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की.
तोमर ने पूर्ववर्ती एसपी-बीएसपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने उत्तर प्रदेश को बड़े गहरे जख्म दिए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य की बीजेपी सरकार ने न सिर्फ उन जख्मों को भरा, बल्कि उत्तर प्रदेश को फिर से उसका पुराना वैभव वापस दिलाने का कार्य किया है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की बात तो इस कार्यकाल में की, लेकिन आत्मनिर्भर भारत हो, इसकी नींव प्रधानमंत्री ने अपने प्रथम कार्यकाल में ही डाल दी थी। जब देश के ग्रामीण क्षेत्रों को आत्मनिर्भर बनाने की दृष्टि से गांव में मौलिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सड़क, शौचालय, बिजली, रसोईगैस, आवास सहित अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की उपलब्धता के लिए योजनापूर्वक कार्य किया. उन्होंने कहा कि गांवों की तकदीर व तस्वीर बदलने का काम हुआ है.
एक करोड़ नौकरी देने को लेकर एसपी ने ली सरकार पर चुटकी
उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा एक करोड़ नौकरी देने वाले रिकार्ड पर समाजवादी पार्टी ने चुटकी ली है. पार्टी ने कहा कि इन्वेस्टमेंट मीट में अरबों फूंक कर एक सुई का कारखाना तक ना लगा सके, एक करोड़ नौकरी देने का भ्रामक प्रचार करवा रहे. समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक अखबार की कटिंग को लेकर पोस्ट किया गया है कि,
“रोगी सरकार ने सिर्फ युवाओं को ठगने का काम किया है. 2017 से 2020 तक एक भी नौकरी भर्ती बिना भ्रष्टाचार के पूरी ना कर सके यूपी में. झूठ बोलने में नंबर एक सीएम. इन्वेस्टमेंट मीट में अरबों फूंक कर एक सुई का कारखाना तक ना लगा सके. एक करोड़ नौकरी देने का भ्रामक प्रचार करवा रहे.”
पार्टी ने अपनी अगली पोस्ट पर लिखा कि 12 हजार सरकारी नौकरियों पर कुंडली मारे बैठे सीएम लाखों युवाओं का भविष्य कर रहे चौपट. सपा सरकार में यूपीएसएससी में निकाले गए 11 अलग अलग विज्ञापनों समेत बीजेपी सरकार में निकाले गए 12 विज्ञापनों की भर्तियों को बीजेपी सरकार ने अलग अलग स्तर पर अटका रखी है. नौकरी विनाशक बीजेपी सरकार.
एक और पोस्ट में लिखा कि "भारत के इतिहास में पहली बार डीजल की कीमत पेट्रोल से भी पार. देश में है बीजेपी सरकार जो कर रही युवाओं गरीबों और मध्यम वर्ग पर निरंतर आर्थिक अत्याचार. पेट्रोल डीजल के दाम बांधे सरकार."
यूपी में घूस मांगने वालों की खैर नहीं, हेल्पलाइन नंबर जारी
उत्तर प्रदेश में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अगर घूस मांगी तो उनकी खैर नहीं. घूसखोरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए सर्तकता विभाग ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. सतर्कता अधिष्ठान के प्रभारी निदेशक पी.वी. रामा शास्त्री ने बताया कि नंबर 9454401866 पर फोन करके घूस मांगने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.
शास्त्री ने बताया कि इस हेल्पलाइन नंबर पर सोमवार से लेकर शुक्रवार तक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक घूसखोरी की शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. शिकायत का तत्काल संज्ञान लिया जाएगा और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. कार्रवाई होने तक शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखा जा सकता है.
सतर्कता (विजिलेंस) विभाग के अधिकारियों की विवेचना और तमाम अन्य जरूरतों के लिए अभी हाल ही में 4 दिन की ट्रेनिंग गाजियाबाद स्थित सीबीआई एकेडमी के अधिकारियों से करवाई गई है. विजिलेंस विभाग जल्द ही वेबसाइट भी शुरू करने की तैयारी में है और सेक्टर के 10 जिलों में विजिलेंस विभाग के थाने खोलने की भी तैयारी की जा रही है. अभी वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ, कानपुर, झांसी, आगरा, बरेली और मेरठ विजिलेंस सेक्टर के जिले हैं, जहां पर ये सुविधाएं मिलेंगी.
(इनपुट्स- IANS)
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