लॉकडाउन के दौरान बिजली का बिल अधिक आने को लेकर उपभोक्ताओं की शिकायतों के बारे में संज्ञान लेते हुए, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने इस मुद्दे को हल करने के लिए मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से हस्तक्षेप करने की मांग की. ठाकरे को लिखे पत्र में MNSअध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि न तो वह और न ही राज्य के नागरिक संकट के इस समय में इस 'अन्याय' पर 'चुप रहेंगे'.
''यह नागरिकों को लूटने जैसा'
राज ठाकरे ने कहा कि सभी कंपनियां, महाडिसकॉम या दूसरी निजी फर्म पिछले कुछ महीनों से उपभोक्ताओं को गलत तरीके से बिल जारी कर रही हैं. जहां मार्च, अप्रैल और मई के बिजली बिल औसत इस्तेमाल पर आधारित थे, वहीं जून-जुलाई के बिलों में अत्यधिक वृद्धि देखी गई, जिसका उद्देश्य पिछले महीनों के घाटे को बराबर करना था
राज ठाकरे ने कहा, "यह नागरिकों को लूटने के समान है. लॉकडाउन के कारण, वाणिज्यिक स्थान बंद कर दिए गए थे, फिर भी जारी किए गए बिल बहुत ज्यादा हैं. यह कैसे उचित हो सकता है."
उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि "वह इस पर गौर करें." अनुचित बिल को माफ करें और सुनिश्चित करें कि किसी को ज्यादा बिल का भुगताने करने के लिए मजबूर न किया जाए.
उन्होंने उद्धव ठाकरे से बिजली आपूर्तिकर्ताओं से इस अनुचित आचरण को रोकने के लिए कहा. वरना,"MNS उनसे निपटने के लिए मजबूर होगा."
राज्य के ऊर्जा मंत्री ने किया था ऐलान
इससे पहले, ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने कहा था कि लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों पर रहने के कारण बिजली की खपत ज्यादा हुई साथ ही बिजली आपूर्तिकर्ताओं ने उपभोक्ताओं की परेशानी को कम करने के लिए डिफर्ड पेमेंट या आसान मासिक किस्तों सहित कई कदमों की घोषणा की है.
कई मशहूर हस्तियों, फिल्म और टेलीविजन सितारों और फर्मों ने जून और जुलाई में बिजली का बिल ज्यादा आने की शिकायत की है. बॉलीवुड की कई हस्तियों ने सोशल मीडिया पर भी इसे बारे में लिखा है इनमें तापसी पन्नू, अरशद वारसी जैसे नाम शामिल हैं.
(इनपुट: ians)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)